ई-वाहन चालान के नाम पर ठगी का नया तरीका: सावधान रहें,
एक क्लिक में खाली हो सकता है बैंक अकाउंट
1 months ago
Written By: Aniket Prajapati
इन दिनों साइबर अपराधियों ने लोगों को ठगने का नया तरीका खोज लिया है। अगर आपको भी SMS या व्हाट्सऐप पर “E-Vahan Challan” या “M Vahan Challan” के नाम से कोई मैसेज मिला है, तो सतर्क हो जाइए। दरअसल, देशभर में ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जहां फर्जी ट्रैफिक चालान के नाम पर लोगों के बैंक अकाउंट से पैसे उड़ा लिए गए हैं। इस बढ़ते खतरे को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने एक एडवाइजरी जारी की है और लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।
फर्जी चालान वाले मैसेज से हो रहा है फ्रॉड
साइबर अपराधी परिवहन विभाग के नाम पर फर्जी मैसेज भेज रहे हैं। इन मैसेज में चालान भरने के लिए एक लिंक दिया जाता है, जो असल में जालसाजी का जरिया है। जैसे ही कोई व्यक्ति इस लिंक पर क्लिक करता है, उसके मोबाइल में एक APK फाइल डाउनलोड हो जाती है। इस फाइल को “M Parivahan Challan” ऐप का नाम दिया गया होता है। लेकिन हकीकत में यह एक स्पाईवेयर होता है, जो यूजर के मोबाइल से निजी जानकारी, पासवर्ड और बैंक डिटेल्स चुरा लेता है।
क्या होती है APK फाइल?
APK फाइल असल में एंड्रॉइड फोन में किसी ऐप को इंस्टॉल करने का पैकेज होती है। इसे गूगल प्ले स्टोर के बिना भी मोबाइल में इंस्टॉल किया जा सकता है। कई लोग अपने फोन में “Install app from Unknown Source” का ऑप्शन ऑन रखते हैं। ऐसे में कोई भी थर्ड पार्टी ऐप बिना रोक-टोक के मोबाइल में इंस्टॉल हो जाता है। यही गलती साइबर अपराधियों के लिए मौका बन जाती है।
कैसे बचें इस ठगी से
दिल्ली पुलिस की एडवाइजरी के अनुसार, किसी भी संदिग्ध लिंक या APK फाइल को डाउनलोड न करें। फर्जी मैसेज में अक्सर URL या शब्दों में छोटी-छोटी गलतियां होती हैं, जिन्हें ध्यान से पढ़कर पहचान सकते हैं। अगर आपको चालान की सच्चाई जाननी है, तो किसी लिंक पर क्लिक करने के बजाय सीधे mParivahan ऐप या परिवहन विभाग की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर चेक करें। इसके अलावा, “Unknown Sources” से ऐप इंस्टॉल करने वाला ऑप्शन हमेशा बंद रखें।