डिलीवरी लेते वक्त रहें सतर्क,
त्योहारों में बढ़ रहे हैं ऑनलाइन फ्रॉड के मामले
9 days ago Written By: Aniket Prajapati
त्योहारों के सीजन में जब ऑनलाइन सेल और डिस्काउंट्स की भरमार होती है, तब फ्रॉड के मामले भी तेजी से बढ़ जाते हैं। अगर आप नया स्मार्टफोन, टैबलेट या लैपटॉप खरीदने की सोच रहे हैं, तो सिर्फ ऑर्डर करना ही काफी नहीं, डिलीवरी लेते वक्त कुछ अहम बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। एक छोटी सी लापरवाही आपको हजारों रुपये के नुकसान तक पहुंचा सकती है।
डिलीवरी लेते समय बदल चुके हैं नियम कई ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स ने अपनी एक्सचेंज और रिप्लेसमेंट पॉलिसी में हाल ही में बदलाव किए हैं। अब अगर आपके खरीदे गए प्रोडक्ट, जैसे नया iPhone या लैपटॉप, में कोई खराबी निकलती है, तो प्लेटफॉर्म खुद जिम्मेदारी नहीं लेगा। समस्या आने पर आपको सीधे ब्रांड के सर्विस सेंटर से संपर्क करना होगा। इसलिए डिलीवरी लेते वक्त हर डिटेल को ध्यान से जांचें, ताकि बाद में पछताना न पड़े।
डिलीवरी कोड देने में न करें जल्दबाजी अगर आप "ओपन बॉक्स डिलीवरी" का विकल्प चुनते हैं, जैसा कि Flipkart जैसे प्लेटफॉर्म्स देते हैं, तो OTP या डिलीवरी कोड शेयर करने से पहले बेहद सतर्क रहें। कोड तभी बताएं जब आपने प्रोडक्ट को अच्छे से जांच लिया हो और यह सही स्थिति में मिले। डिलीवरी एजेंट के दबाव में आकर पहले कोड देने की गलती न करें। अगर कुछ गलत लगे, तो कोड शेयर करने से मना करें। यह एक छोटा कदम आपके बड़े नुकसान से बचा सकता है।
सील और पैकेजिंग की जांच जरूरी जब नया गैजेट डिलीवर हो, तो सबसे पहले पैकेजिंग की स्थिति और बॉक्स की सील को ध्यान से देखें। टूटी हुई सील या खराब बॉक्स धोखाधड़ी का संकेत हो सकता है। डिवाइस निकालने के बाद फोन या टैबलेट पर लिखा IMEI नंबर बॉक्स पर दिए नंबर से मिलाएं। अगर दोनों नंबर अलग हैं, तो तुरंत डिलीवरी रिजेक्ट करें और शिकायत दर्ज कराएं। यह कदम आपके डिवाइस को सुरक्षित रखेगा।
डिलीवरी के समय वीडियो रिकॉर्डिंग बनाएं किसी भी महंगे या सस्ते प्रोडक्ट की डिलीवरी लेते वक्त बॉक्स खोलने से लेकर प्रोडक्ट की जांच करने तक की पूरी प्रक्रिया की वीडियो रिकॉर्डिंग करें। यह वीडियो भविष्य में सबूत के रूप में काम आएगी। अगर कोई गड़बड़ी होती है, तो यह रिकॉर्डिंग दिखाकर ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म से तुरंत समाधान पा सकते हैं। साथ ही, फ्रॉड करने वाले भी वीडियो बनते देख डर जाते हैं और गलती करने से बचते हैं।
अनबॉक्सिंग वीडियो बनाना न भूलें अगर आपके पास “ओपन बॉक्स डिलीवरी” का विकल्प नहीं है, तो भी प्रोडक्ट की अनबॉक्सिंग का वीडियो बनाना बेहद जरूरी है। यह वीडियो आपके लिए मजबूत सबूत का काम करेगा। अगर गलत या खराब प्रोडक्ट मिलता है, तो यह रिकॉर्डिंग दिखाकर आप फ्लिपकार्ट या अमेजन जैसे प्लेटफॉर्म से तुरंत रिफंड या रिप्लेसमेंट पा सकते हैं। त्योहारों में जहां एक क्लिक से डिवाइस मिल जाता है, वहीं एक गलत कदम आपकी मेहनत की कमाई पर भारी पड़ सकता है।