फ्रांस ने बनाई ऐसी सड़क जहां चलते-चलते चार्ज होंगी इलेक्ट्रिक गाड़ियां,
2035 तक 9000 KM हाईवे का लक्ष्य
1 months ago
Written By: Aniket Prajapati
इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) की दुनिया में सबसे बड़ी दिक्कत चार्जिंग की होती है। लंबी दूरी तय करने वाले लोगों के लिए चार्जिंग स्टेशन पर रुकना और समय लगना हमेशा परेशानी का कारण रहा है। लेकिन अब इस समस्या का हल फ्रांस ने निकाल लिया है। फ्रांस ने ऐसी हाई-टेक सड़क बनाई है जहां इलेक्ट्रिक गाड़ियां चलते-चलते चार्ज होंगी। यह दुनिया की पहली ऐसी सड़क है जो इलेक्ट्रिक वाहनों को मोशन में चार्ज करने की क्षमता रखती है।
पेरिस के पास 1.5 किलोमीटर लंबी चार्जिंग रोड
फ्रांस की राजधानी पेरिस के बाहरी इलाके में 1.5 किलोमीटर लंबी वायरलेस चार्जिंग रोड तैयार की गई है। यह प्रोजेक्ट सफल रहा तो इसे पूरे देश में बढ़ाया जाएगा। इस हाईवे से गुजरते समय बस, ट्रक, कार या स्कूटर जैसी इलेक्ट्रिक गाड़ियां चलते-चलते ही चार्ज हो जाती हैं। Gustave Eiffel यूनिवर्सिटी की इंडिपेंडेंट लैब के मुताबिक, इस हाईवे पर 200kW की स्पीड से बैटरी चार्ज हो सकती है, जो Tesla के V3 Supercharger जितनी तेज है।
कैसे काम करती है यह तकनीक?
इस अनोखी सड़क के नीचे कॉपर क्वॉइल्स (Copper Coils) लगी हैं, जो एक मैग्नेटिक फील्ड (चुंबकीय क्षेत्र) तैयार करती हैं। इलेक्ट्रिक गाड़ियों में लगे रिसीवर इस चुंबकीय ऊर्जा को पकड़ते हैं और उसे बिजली में बदलकर बैटरी को चार्ज करते हैं। यह तकनीक उसी तरह काम करती है जैसे वायरलेस मोबाइल चार्जिंग पैड, जहां फोन को केबल से जोड़े बिना चार्ज किया जाता है। खास बात यह है कि यह सिस्टम बारिश, बर्फबारी या खराब मौसम में भी प्रभावी रहेगा, यानी किसी भी परिस्थिति में गाड़ियां चार्ज होती रहेंगी।
लंबी दूरी के यात्रियों को मिलेगा फायदा
इस तकनीक का सबसे बड़ा लाभ उन लोगों को मिलेगा जो लंबे सफर के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों का इस्तेमाल करते हैं। आमतौर पर EV की रेंज सीमित होती है और चार्जिंग में समय लगता है, लेकिन इस वायरलेस चार्जिंग हाईवे से अब वाहन बिना रुके लंबा सफर तय कर पाएंगे। इससे न केवल समय बचेगा बल्कि चार्जिंग स्टेशन की जरूरत भी कम होगी।
2035 तक बनेगा 9000 किलोमीटर लंबा नेटवर्क
यह अत्याधुनिक तकनीक फ्रांस के ट्रांसपोर्ट मंत्रालय और Electreon कंपनी ने मिलकर तैयार की है। योजना के अनुसार, 2035 तक पूरे देश में 9000 किलोमीटर लंबा वायरलेस चार्जिंग हाईवे नेटवर्क बनाया जाएगा। यह पहल दुनिया में EV चार्जिंग के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव ला सकती है।