AI इनोवेशन के लिए सरकार ने तैयार किया फ्रेमवर्क,
नई टेक्नोलॉजी में यूजर्स की सुरक्षा पर रहेगा फोकस
1 months ago Written By: ANIKET PRAJAPATI
भारत सरकार ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) इनोवेशन के लिए एक नया गवर्नेंस फ्रेमवर्क पेश किया है। यह फ्रेमवर्क MeitY (Ministry of Electronics and Information Technology) द्वारा तैयार किया गया है और इसके तहत AI से जुड़े इनोवेशन और उनके नियमों पर नजर रखी जाएगी। प्रिंसिपल साइंटिफिक एडवाइजर प्रोफेसर अजय कुमार सूद ने इस गाइडलाइंस फ्रेमवर्क को आधिकारिक रूप से पेश किया है। इस पहल का उद्देश्य भारत में AI तकनीक को सुरक्षित, पारदर्शी और भरोसेमंद तरीके से बढ़ावा देना है।
AI फ्रेमवर्क में क्या है खास
फ्रेमवर्क में 68 पन्नों की डिटेल्ड रिपोर्ट में AI से जुड़े नियम और पॉलिसी बनाने के लिए गाइडलाइंस दी गई हैं। इसमें कहा गया है कि AI सिस्टम मानवाधिकार, सुरक्षा और पारदर्शिता का ध्यान रखकर बनाए जाएं। AI का इस्तेमाल सभी वर्गों और समुदायों को लाभ पहुंचाने वाला होना चाहिए। इस फ्रेमवर्क में पाबंदी लगाने के बजाय रिस्क-बेस्ड अप्रोच अपनाने पर जोर दिया गया है, ताकि संभावित नुकसान को कम किया जा सके।
AI मॉडल्स के लिए सुरक्षा उपाय
फ्रेमवर्क में कहा गया है कि भारत में AI को अपनाने वाले संस्थान आंतरिक सुरक्षा प्रक्रिया अपनाएं। इसमें AI मॉडल को रिलीज करने से पहले रिस्क असेसमेंट, डेटा सोर्स डॉक्युमेंटेशन और सेफ्टी टेस्ट करना अनिवार्य होगा। इसके अलावा, ग्रीवांस रिड्रेस मैकेनिज्म और रिपोर्टिंग चैनल रखना भी जरूरी होगा।
भविष्य की योजना और रेगुलेटरी बॉडी
आने वाले सालों में इस गाइडलाइंस को मंत्रालयों, रेगुलेटर्स और पब्लिक इंस्टीट्यूशन्स के साथ कोऑर्डिनेट करके लागू किया जाएगा। हाई रिस्क सेक्टर्स जैसे हेल्थकेयर, वित्तीय सेवाएं और लॉ इन्फोर्समेंट पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसके लिए AI गवर्नेंस ग्रुप (AIGG) बनाया जाएगा, जिसमें सेंट्रल गवर्नमेंट, टेक्नोलॉजी पॉलिसी एक्सपर्ट कमिटी और AI सेफ्टी इंस्टीट्यूट शामिल होंगे।इस फ्रेमवर्क का मुख्य उद्देश्य भारत में AI क्षमता को विकसित करना और इंफ्रास्ट्रक्चर व रिसोर्स पर फोकस करना है। साथ ही, इंटरनेशनल बॉडी और ग्लोबल नॉर्म्स को भी इसमें शामिल करने की योजना है।