भारत-ब्रिटेन FTA: ऑटो सेक्टर के लिए सूक्ष्म रियायतें,
वाहन की इंजन क्षमता और कीमत पर आधारित दी जाएगी छूट
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
India-UK Free Trade Agreement: भारत और ब्रिटेन के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) पर एक वरिष्ठ अधिकारी ने जानकारी दी है कि ऑटो सेक्टर के लिए आयात शुल्क रियायतें बहुत ही ‘सूक्ष्म’ तरीके से बनाई गई हैं। यह रियायतें वाहन की इंजन क्षमता और कीमत के आधार पर दी जाएंगी। इसका मकसद देश के संवेदनशील उद्योगों को पूरी सुरक्षा देना है। इस समझौते के तहत दी गई छूट और कोटा दोनों को अगले 10 से 15 वर्षों में चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा।
भारत के 99% निर्यात पर टैरिफ में होगी कटौती
6 मई को भारत और ब्रिटेन ने इस व्यापार समझौते पर बातचीत पूरी होने की घोषणा की थी। इस समझौते से भारत के लगभग 99% निर्यात पर टैरिफ कम होंगे। साथ ही ब्रिटेन को भारत में व्हिस्की, कारों और अन्य उत्पादों के निर्यात में सुविधा मिलेगी। दोनों देशों का लक्ष्य है कि वे 2030 तक अपने व्यापार को दोगुना कर दें, जो अभी करीब 60 अरब डॉलर का है।
Jaguar Land Rover को होगा समझौते से फायदा
ऑटोमोबाइल क्षेत्र में इस समझौते से टाटा मोटर्स की सहायक कंपनी Jaguar Land Rover (JLR) को फायदा होगा। आयात शुल्क को 100% से घटाकर 10% किया जाएगा, लेकिन यह छूट कोटा प्रणाली के तहत दी जाएगी। टाटा मोटर्स के सीएफओ पीबी बालाजी ने कहा कि यह समझौता JLR को भारत में बेहतर प्रदर्शन करने में मदद करेगा और भविष्य में ग्राहकों को अंतरराष्ट्रीय कीमतों पर वाहन उपलब्ध कराएगा।
Mercedes-Benz और BMW ने समझौते को किया स्वागत
इसके अलावा, Mercedes-Benz और BMW जैसी लग्जरी कार कंपनियों ने भी इस समझौते को सकारात्मक माना है। हालांकि उनका कहना है कि इससे लग्जरी कारों की कीमतों में कोई खास कमी नहीं आएगी। इस प्रकार, भारत और ब्रिटेन का यह व्यापार समझौता दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को मजबूत करेगा। साथ ही, भारत के ऑटो सेक्टर को विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धा में बने रहने का मौका भी मिलेगा।