Instagram का बड़ा कदम: अब टीनेज यूजर्स के लिए PG-13 लिमिट,
नहीं दिखेगा संवेदनशील कंटेंट
10 days ago Written By: Aniket Prajapati
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Instagram ने किशोर यूजर्स की सुरक्षा के लिए अब तक का सबसे बड़ा अपडेट जारी किया है। Meta के स्वामित्व वाले इस ऐप ने अब 13 से 17 साल के यूजर्स के लिए PG-13 कंटेंट लिमिटेशन सिस्टम लागू कर दिया है। इसका मतलब है कि अब टीनेज यूजर्स को कोई भी ऐसा कंटेंट नहीं दिखेगा जो उम्र के हिसाब से अनुचित या संवेदनशील माना जाता है। खास बात यह है कि यह फीचर अपने-आप (by default) एक्टिव रहेगा और इसे बंद करने के लिए पैरेंटल अप्रूवल जरूरी होगा।
PG-13 लिमिटेशन का मतलब क्या है? PG-13 का सीधा अर्थ है — ऐसा कंटेंट जो केवल 13 साल से ऊपर के यूजर्स के लिए उपयुक्त हो। इस नियम के बाद गाली-गलौज, हिंसक स्टंट, नशे से जुड़ी पोस्ट्स या हानिकारक व्यवहार को बढ़ावा देने वाले कंटेंट टीनेज अकाउंट्स से गायब हो जाएंगे। इसके तहत Marijuana, Drugs paraphernalia या इस तरह के विजुअल्स वाले पोस्ट्स भी ऑटोमेटिक रूप से फ़िल्टर कर दिए जाएंगे।
Meta ने माना — पहले के उपाय थे नाकाफी Meta ने कहा कि पहले उन्होंने “संवेदनशील कंटेंट छिपाने” के कई उपाय अपनाए थे, लेकिन वे पूरी तरह सफल नहीं रहे। रिपोर्ट्स में पाया गया कि किशोर अकाउंट्स को अब भी एडल्ट कंटेंट और सेल्फ-हार्म जैसी पोस्ट्स की सिफारिशें (recommendations) मिल रही थीं। इसी समस्या को खत्म करने के लिए अब PG-13 फ़िल्टर सिस्टम को अनिवार्य किया गया है, जो पहले से कहीं ज़्यादा सख्त और प्रभावी होगा।
अब टीन्स के लिए क्या-क्या होगा रिस्ट्रिक्टेड
सीमित इंटरैक्शन और फॉलो
अब 13–17 आयु वर्ग के यूजर्स ऐसे अकाउंट्स को फॉलो नहीं कर पाएंगे जो एडल्ट या संवेदनशील कंटेंट शेयर करते हैं। अगर किसी किशोर ने पहले से ऐसे प्रोफाइल्स को फॉलो कर रखा है — जैसे OnlyFans लिंक वाले अकाउंट्स — तो अब उन्हें उनका कंटेंट, कमेंट्स या डीएम दिखाई नहीं देंगे।
अकाउंट प्रोटेक्शन फीचर
Instagram ने ऐसे रिस्ट्रिक्टेड प्रोफाइल्स को किशोरों को फॉलो करने, मैसेज भेजने या उनके पोस्ट्स पर कमेंट करने से रोक दिया है। इसका उद्देश्य है ऑनलाइन प्रीडेटर्स और अनुचित संपर्कों से सुरक्षा प्रदान करना।
सर्च और AI चैट पर रोक
Instagram अब सर्च में भी बदलाव ला रहा है। “suicide”, “alcohol”, “gore”, “eating disorders” जैसे सभी संवेदनशील शब्दों पर प्रतिबंध लगाया गया है भले ही उन्हें गलत स्पेलिंग में क्यों न लिखा जाए। ये प्रतिबंध अब AI चैट्स और वर्चुअल एक्सपीरियंस पर भी लागू होंगे, ताकि AI मॉडल केवल age-appropriate जवाब ही दें।
पैरेंटल कंट्रोल और स्ट्रिक्ट मोड
अब टीनेज यूजर्स खुद से PG-13 सेटिंग्स नहीं बदल सकेंगे। अगर वे कंटेंट लिमिट हटाना चाहें तो इसके लिए माता-पिता की मंजूरी जरूरी होगी। साथ ही Meta ने एक नया फीचर जोड़ा है — “Limited Content Mode”, जिसमें किशोर पोस्ट्स पर कमेंट्स नहीं देख पाएंगे और खुद भी कोई कमेंट नहीं कर पाएंगे।
Meta का फोकस: “सुरक्षित और जिम्मेदार सोशल मीडिया”
Meta का कहना है कि यह अपडेट सोशल मीडिया पर किशोरों के मानसिक स्वास्थ्य और ऑनलाइन सुरक्षा को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। कंपनी चाहती है कि युवा यूजर्स Instagram का इस्तेमाल सीखने, क्रिएटिविटी और पॉजिटिव इंटरैक्शन के लिए करें, न कि हानिकारक या अनुचित कंटेंट के लिए।