भारत से निसान की नई उपलब्धि: 12 लाख कारों का निर्यात पूरा,
मैग्नाइट बनी सफलता की सबसे बड़ी ताकत
2 months ago Written By: Aniket Prajapati
भारत अब वैश्विक ऑटोमोबाइल मानचित्र पर मजबूती से अपनी जगह बना चुका है। निसान मोटर इंडिया (Nissan Motor India) ने हाल ही में देश से अपनी 12 लाखवीं कार का निर्यात करके एक ऐतिहासिक उपलब्धि दर्ज की है। यह मील का पत्थर भारत को निसान के लिए रणनीतिक निर्यात केंद्र के रूप में स्थापित करता है। अफ्रीका, पश्चिम एशिया और लैटिन अमेरिका जैसे क्षेत्रों में अब भारत निर्मित निसान कारों की मांग लगातार बढ़ रही है।
मैग्नाइट ने बदली निसान की किस्मत निसान मोटर इंडिया की शुरुआत से ही कंपनी ने निसान सनी, किक्स और माइक्रा जैसे लोकप्रिय मॉडल्स का निर्यात किया है, लेकिन असली गेम-चेंजर साबित हुई निसान मैग्नाइट (Nissan Magnite)। इस कॉम्पैक्ट एसयूवी की लॉन्चिंग के बाद निसान के निर्यात ऑपरेशन्स को नया आयाम मिला। मैग्नाइट की लोकप्रियता ने कंपनी की लेफ्ट हैंड ड्राइव (LHD) और राइट हैंड ड्राइव (RHD) दोनों बाजारों में पकड़ मजबूत की है। आज निसान की कारें 65 से अधिक देशों में निर्यात की जा रही हैं। निसान मोटर इंडिया के एमडी सौरभ वत्स ने कहा कि यह उपलब्धि टीम के समर्पण और “भारतीय निर्मित कारों पर बढ़ते वैश्विक भरोसे” का नतीजा है।
सुरक्षा और फीचर्स में बेजोड़ है निसान मैग्नाइट निसान मैग्नाइट ने अपनी सुरक्षा और फीचर्स के दम पर वैश्विक स्तर पर पहचान बनाई है। इसे ग्लोबल NCAP से एडल्ट ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन में 5-स्टार रेटिंग और चाइल्ड ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन में 3-स्टार रेटिंग मिली है, जो इसे अपने सेगमेंट की सबसे सुरक्षित बी-एसयूवी में से एक बनाती है। डिज़ाइन की बात करें तो इसका बोल्ड एक्सटीरियर, आकर्षक ग्रिल और प्रीमियम फिनिश इसे आधुनिक लुक देते हैं। इसमें 20 से अधिक बेस्ट-इन-सेगमेंट फीचर्स और 55 से ज्यादा सेफ्टी फीचर्स दिए गए हैं, जो इसे कॉम्पैक्ट एसयूवी सेगमेंट में नई ऊंचाइयों पर पहुंचाते हैं। कंपनी की “वन कार, वन वर्ल्ड” रणनीति के तहत मैग्नाइट अब 65 से अधिक देशों में बिक रही है, जो भारतीय इंजीनियरिंग की सफलता का प्रमाण है।
भारत बना ग्लोबल एक्सपोर्ट हब निसान की यह उपलब्धि न केवल कंपनी के लिए बल्कि भारतीय ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के लिए भी गर्व का विषय है। भारत अब सिर्फ एक बाजार नहीं, बल्कि दुनिया भर के लिए प्रोडक्शन और एक्सपोर्ट सेंटर बन चुका है। निसान की रणनीति है कि आने वाले वर्षों में भारत से निर्यात होने वाली कारों की संख्या को और बढ़ाया जाए, ताकि देश ऑटोमोबाइल एक्सपोर्ट में नई ऊंचाई हासिल कर सके।