फोन चार्जर इस्तेमाल करते समय हो जाएं सतर्क,
CRS मार्क वाला ही लें
1 months ago Written By: Aniket Prajapati
आज के समय में फोन हमारे जीवन का अहम हिस्सा बन चुका है। फोन के बिना हम कॉलिंग, मैसेजिंग, सोशल मीडिया, वीडियो और ऑनलाइन शॉपिंग जैसे काम नहीं कर सकते। ऐसे में फोन का चार्जर भी उतना ही जरूरी है। लेकिन कई बार लोग चार्जर की सुरक्षा के मामूली नियमों की उपेक्षा कर देते हैं, जो भारी पड़ सकती है। इसको देखते हुए कंज्यूमर्स अफेयर्स डिपार्टमेंट ने चेतावनी जारी की है। सरकारी एजेंसी की ओर से कहा गया है कि फोन के लिए हमेशा CRS मार्क वाला ही चार्जर इस्तेमाल करें। कंज्यूमर्स अफेयर्स ने अपने ट्विटर हैंडल @jagograhakjago पर पोस्ट में बताया, “नकली चार्जर खतरनाक हो सकते हैं। CRS मार्क आपके डिवाइस और चार्जर पर सुरक्षा का निशान है। खरीदते समय इसे जरूर देखें और सुरक्षित रहें।”
सबस्टैंडर्ड चार्जर से आग लगने तक का खतरा सबस्टैंडर्ड या नकली चार्जर का सबसे बड़ा नुकसान यह है कि ये अत्यधिक गर्म हो सकते हैं। गर्म होने पर फोन को नुकसान पहुंचा सकते हैं और एक्सट्रीम कंडीशन में चार्जर और फोन में आग लगने का खतरा भी रहता है। यह न सिर्फ आपके फोन के लिए खतरनाक है, बल्कि आपके और आपके परिवार के लिए भी गंभीर चिंता का विषय बन सकता है।
कैसे पहचानें सबस्टैंडर्ड चार्जर सबस्टैंडर्ड चार्जर आमतौर पर नकली होते हैं। इनमें ब्रांडिंग भले ही सही दिखे, लेकिन वे फर्जी होते हैं। ऐसे चार्जर में CRS मार्क नहीं होता। क्वालिटी हल्की होती है, डेटा केबल छोटी और कमजोर होती है। ये चार्जर पावर या टर्बो चार्जर की तरह क्षमता नहीं रखते और फोन को ठीक तरह से चार्ज नहीं कर पाते।
सबस्टैंडर्ड चार्जर के नुकसान ऐसे चार्जर फोन की बैटरी को धीरे चार्ज करते हैं और चार्ज होने के बाद भी बैटरी जल्दी खत्म हो जाती है। इससे फोन की प्रोसेसिंग स्पीड धीमी हो सकती है और कई बार मदरबोर्ड भी डैमेज हो सकता है। नकली चार्जर की वजह से आपका फोन लंबे समय तक सही तरीके से काम नहीं करेगा।