गाड़ी चोरी हो जाए या पूरी टूट जाए... RTI पॉलिसी दिलाएगी पूरी ऑन-रोड कीमत,
जानिए कैसे
1 months ago Written By: Ashwani Tiwari
Return To Invoice Cover: अगर आपने नई कार खरीदी है और उसके साथ इंश्योरेंस भी लिया है, तो आपको लग सकता है कि अब आप पूरी तरह सुरक्षित हैं। लेकिन सच्चाई यह है कि जब आपकी गाड़ी चोरी हो जाए या पूरी तरह डैमेज हो जाए, तो बीमा कंपनी उतना पैसा नहीं देती, जितना आप सोचते हैं। असली क्लेम घटती हुई गाड़ी की वैल्यू पर मिलता है। हालांकि एक ऐसी पॉलिसी है जो इस नुकसान को पूरी तरह कवर कर सकती है इसका नाम है RTI यानी Return to Invoice Cover।
क्या है Return to Invoice (RTI)? रिटर्न टू इनवॉइस एक ऐड-ऑन कवर है, जिसे आप अपनी कम्प्रिहेंसिव कार इंश्योरेंस पॉलिसी के साथ ले सकते हैं। यह तब काम आता है जब आपकी कार चोरी हो जाए या इतनी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो कि उसे रिपेयर करना संभव न हो। ऐसे में बीमा कंपनी आपको आपकी गाड़ी की पूरी ऑन-रोड कीमत वापस देती है जिसमें एक्स-शोरूम प्राइस, रोड टैक्स और रजिस्ट्रेशन चार्ज सब शामिल होता है। उदाहरण के तौर पर, अगर आपने 10 लाख की कार खरीदी और टैक्स व रजिस्ट्रेशन के साथ कुल 11 लाख का खर्च हुआ। दो साल बाद कार चोरी हो गई अगर RTI कवर लिया था, तो आपको पूरे 11 लाख रुपये तक का क्लेम मिल सकता है। हालांकि RTI कवर सिर्फ नई या 5 साल से कम पुरानी गाड़ियों पर ही लागू होता है।
RTI की कीमत और वैधता RTI पॉलिसी लेने पर आपको सामान्य बीमा की तुलना में लगभग 10% ज़्यादा प्रीमियम देना पड़ सकता है। ज़्यादातर बीमा कंपनियां यह कवर सिर्फ नई कारों पर देती हैं, लेकिन कुछ 2-3 साल पुरानी गाड़ियों पर भी देती हैं। यह कवर एक साल के लिए वैध होता है और हर साल इसे रिन्यू कराना जरूरी है।
RTI और IDV में क्या फर्क है?
जब कोई गाड़ी खरीदी जाती है, तो उसकी वैल्यू समय के साथ घटती है। इसे IDV (Insured Declared Value) कहा जाता है। जैसे-जैसे गाड़ी पुरानी होती है, उसकी कीमत घटती जाती है, जिसे डेप्रिसिएशन कहा जाता है।
उदाहरण के तौर पर:
6 महीने तक की कार: 5% डेप्रिसिएशन
1 साल तक: 15%
2 साल तक: 20%
3 साल तक: 30%
4 साल तक: 40%
5 साल तक: 50%
अगर आपने RTI नहीं लिया, तो आपको क्लेम इन्हीं घटती कीमतों के हिसाब से मिलेगा। लेकिन RTI लेने पर बीमा कंपनी पूरी ऑन-रोड वैल्यू वापस करती है।
कहां काम नहीं करता RTI RTI हर स्थिति में फायदेमंद नहीं है। अगर कार को छोटा-मोटा नुकसान हुआ है, जैसे हल्का डेंट या शीशे में दरार, तो RTI से क्लेम नहीं मिलेगा। यह सिर्फ कम्प्रिहेंसिव पॉलिसी पर लागू होता है, थर्ड पार्टी इंश्योरेंस पर नहीं।
किसे लेना चाहिए RTI? अगर आपने हाल ही में नई कार खरीदी है, या ऐसे इलाके में रहते हैं जहां वाहन चोरी, बाढ़, तूफान या अन्य प्राकृतिक आपदाएं आम हैं, तो RTI आपके लिए सबसे सही विकल्प है।