Samsung Galaxy Z TriFold का सीमित प्रोडक्शन,
कंपनी ले रही है बेहद सतर्क कदम
1 months ago Written By: अनिकेत प्रजापति
सैमसंग का ट्रिपल फोल्डेबल फोन Galaxy Z TriFold लंबे समय से टेक प्रेमियों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। यह डिवाइस सैमसंग की सबसे इनोवेटिव और एक्सक्लूसिव रचनाओं में से एक मानी जा रही है। दक्षिण कोरिया से मिली नई रिपोर्ट्स के अनुसार, कंपनी ने शुरुआत में इस तीन तरफ से मुड़ने वाले फोन की केवल 20,000 से 30,000 यूनिट्स ही तैयार की हैं। यह दर्शाता है कि सैमसंग इस फोन को लेकर रिस्क कंट्रोल और मार्केट टेस्टिंग पर ज्यादा ध्यान दे रही है।
APEC 2025 में हुआ डिजाइन का खुलासा सैमसंग Galaxy Z TriFold को APEC 2025 इवेंट में पहली बार दिखाया गया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसका डिजाइन बिल्कुल नया और अनोखा होगा। फोन जब पूरी तरह खुल जाएगा तो यह 6.5 इंच से बढ़कर 10 इंच तक का डिस्प्ले दिखाएगा। यानी यह डिवाइस फोन और टैबलेट, दोनों की तरह इस्तेमाल किया जा सकेगा। इसका फोल्डिंग मैकेनिज्म Huawei Mate XT Ultimate से बिल्कुल अलग बताया जा रहा है।
सीमित प्रोडक्शन के पीछे सैमसंग की रणनीति कंपनी की सीमित प्रोडक्शन स्ट्रेटेजी से साफ है कि वह पहले छोटे स्तर पर इस फोन को लॉन्च कर बाजार की प्रतिक्रिया देखना चाहती है। इंडस्ट्री सूत्रों के अनुसार, सैमसंग शुरू में सिर्फ 20 से 30 हजार यूनिट ही मार्केट में उतारेगी। ऐसा किसी बड़े फ्लैगशिप फोन के लॉन्च के समय आमतौर पर नहीं होता। यह दर्शाता है कि कंपनी अपने इस बड़े प्रोजेक्ट को लेकर सावधानीपूर्वक कदम उठा रही है और उत्पादन पर अनावश्यक दबाव नहीं डालना चाहती।
कीमत और इंजीनियरिंग दोनों खास रिपोर्ट के अनुसार, Samsung Galaxy Z TriFold की कीमत लगभग 2,500 डॉलर (करीब ₹2.21 लाख) हो सकती है। यह कीमत इसे एक प्रीमियम और एक्सक्लूसिव डिवाइस की श्रेणी में रखती है। इस फोन की कॉम्पलेक्स इंजीनियरिंग और ट्रिपल फोल्ड तकनीक के कारण इसका दाम अधिक रखा गया है। सैमसंग का मकसद है कि पहले सीमित ग्राहकों के फीडबैक से इसकी सफलता को परखे, उसके बाद बड़े स्तर पर उत्पादन किया जाए।
सप्लाई चेन में अनिश्चितता रिपोर्ट्स के मुताबिक, सैमसंग ने फिलहाल TriFold से जुड़े कंपोनेंट्स के लिए नए ऑर्डर जारी नहीं किए हैं। इससे सप्लायर्स के बीच असमंजस की स्थिति है। कंपनी दिसंबर तक यह तय करेगी कि शुरुआती बैच के बाद प्रोडक्शन बढ़ाया जाएगा या नहीं। फिलहाल कंपनी ने अपने पार्टनर्स को “स्टैंडबाय मोड” में रहने को कहा है। इसका मतलब है कि सैमसंग की दीर्घकालिक रणनीति को लेकर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है।