पुरानी गाड़ी बेचते समय बरतें सावधानी,
नहीं किया ये काम तो जेल तक हो सकती है नौबत
1 months ago
Written By: अनिकेत प्रजापति
अगर आप अपनी पुरानी गाड़ी बेचने जा रहे हैं, तो ज़रा संभल जाएं। अक्सर लोग वाहन बेचने के बाद यह सोचकर बेफिक्र हो जाते हैं कि अब जिम्मेदारी खत्म हो गई, लेकिन ऐसा नहीं है। अगर आपने जरूरी दस्तावेज़ों को सही तरीके से ट्रांसफर नहीं किया, तो भविष्य में कानूनी मुसीबतें खड़ी हो सकती हैं। यहां तक कि अगर उस गाड़ी से कोई अपराध या एक्सीडेंट हो जाए, तो पुलिस आपको भी जिम्मेदार मान सकती है। इसलिए गाड़ी बेचने से पहले कुछ जरूरी दस्तावेज़ों और प्रक्रिया को पूरा करना बेहद जरूरी है।
RC ट्रांसफर कराना है सबसे जरूरी
पुरानी गाड़ी बेचने के बाद सबसे अहम काम है—रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (RC) को नए मालिक के नाम ट्रांसफर करना। अगर RC आपके नाम पर ही रहती है, तो सरकारी रिकॉर्ड में आप ही वाहन के मालिक माने जाएंगे। ऐसे में अगर उस गाड़ी से कोई हादसा, अपराध या चालान जुड़ता है, तो कानूनी रूप से आप ही दोषी माने जाएंगे। इसके लिए फॉर्म 29 और फॉर्म 30 भरकर संबंधित RTO (रीजनल ट्रांसपोर्ट ऑफिस) में जमा करना होता है। फॉर्म 29 – वाहन बिक्री की सूचना देने के लिए फॉर्म 30 – वाहन के मालिकाना हक ट्रांसफर करने के लिए यह प्रक्रिया मोटर व्हीकल एक्ट 1988 की धारा 50 के तहत अनिवार्य है।
सेल एग्रीमेंट या हलफनामा बनाना न भूलें
गाड़ी बेचते समय एक सेल एग्रीमेंट या हलफनामा (Affidavit) जरूर बनवाएं। इसमें यह स्पष्ट लिखा होना चाहिए कि गाड़ी किस तारीख और समय पर बेची गई है, कितने में बिकी है और उस दिन के बाद उसकी जिम्मेदारी पूरी तरह से नए मालिक की होगी। इस एग्रीमेंट की एक अटेस्टेड कॉपी अपने पास जरूर रखें। यह भविष्य में किसी विवाद या कानूनी केस की स्थिति में सबसे मजबूत सबूत होता है कि वाहन अब आपके पास नहीं था।
दूसरे राज्य में गाड़ी बेच रहे हैं तो NOC ज़रूरी
अगर आप अपनी गाड़ी किसी दूसरे राज्य या RTO क्षेत्र में बेच रहे हैं, तो फॉर्म 28 (नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट - NOC) बनवाना अनिवार्य है।यह दस्तावेज़ साबित करता है कि वाहन पर कोई लंबित केस, चालान या बैंक लोन नहीं है। बिना NOC के दूसरे राज्य में वाहन ट्रांसफर नहीं किया जा सकता।
इन नियमों की अनदेखी पड़ सकती है भारी
अगर आपने RC ट्रांसफर या NOC जैसी औपचारिकताएं पूरी नहीं कीं, तो भविष्य में किसी अपराध, दुर्घटना या टैक्स चोरी के मामले में आपके खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो सकती है। इसलिए जब भी वाहन बेचें, सभी दस्तावेज़ों को सही तरीके से अपडेट और ट्रांसफर करना कभी न भूलें।