कपड़ों से स्मार्टफोन की स्क्रीन साफ करना पड़ सकता है भारी,
जानें क्यों है ये आदत खतरनाक
1 months ago Written By: अनिकेत प्रजापति
अगर आप भी अपने स्मार्टफोन की स्क्रीन को शर्ट या टी-शर्ट से साफ करते हैं, तो यह खबर आपके लिए जरूरी है। कई लोग इसे सामान्य बात समझते हैं, लेकिन यह आदत आपके फोन की स्क्रीन को धीरे-धीरे खराब कर सकती है। लगातार ऐसा करने से न केवल स्क्रीन की चमक और स्मूदनेस कम होती है, बल्कि आगे चलकर रिपेयर या स्क्रीन बदलवाने की नौबत भी आ सकती है।
कपड़ों से स्क्रीन साफ करने से क्या होता है नुकसान?
आजकल लगभग हर व्यक्ति दिनभर फोन का इस्तेमाल करता है। धूल या उंगलियों के निशान लगना आम बात है। ऐसे में लोग जल्दी से अपनी शर्ट या टी-शर्ट से स्क्रीन पोंछ देते हैं। लेकिन यही सबसे बड़ी गलती है। इससे फोन की स्क्रीन पर लगी एक खास सुरक्षा परत (ओलियोफोबिक कोटिंग) धीरे-धीरे खत्म होने लगती है। यह परत फोन की स्क्रीन को धूल, दाग और धब्बों से बचाती है। जब यह कोटिंग खराब होने लगती है, तो स्क्रीन पर धूल और उंगलियों के निशान ज्यादा दिखने लगते हैं। अगर आपका फोन पहले जितना चिकना और साफ नहीं दिख रहा, तो समझ लें कि यह सुरक्षा परत अब कमजोर हो रही है।
क्या है ओलियोफोबिक कोटिंग?
ओलियोफोबिक कोटिंग एक बहुत पतली परत होती है जो स्क्रीन को गंदगी, धूल और उंगलियों के तेल से बचाने का काम करती है। यह कोटिंग एक मजबूत प्लास्टिक मटेरियल से बनी होती है, जो स्क्रीन पर गंदगी जमने नहीं देती। इसी वजह से फोन की स्क्रीन लंबे समय तक साफ और स्मूद रहती है। अगर यह कोटिंग न हो, तो स्क्रीन जल्दी धूल पकड़ लेती है और टच रिस्पॉन्स भी कम हो जाता है। यही वजह है कि लगभग सभी आधुनिक स्मार्टफोन्स में यह कोटिंग दी जाती है।
बार-बार सफाई करना भी नुकसानदायक
कई लोग अपने फोन की स्क्रीन को दिन में कई बार साफ करते हैं। कुछ तो कपड़ों से बार-बार पोंछते हैं, जबकि कुछ लोग केमिकल वाले क्लीनर का इस्तेमाल करते हैं। ऐसा करने से ओलियोफोबिक कोटिंग और तेजी से खराब होती है विशेषज्ञों के अनुसार, फोन की स्क्रीन को माइक्रोफाइबर कपड़े या सॉफ्ट ड्राई टिशू से धीरे-धीरे साफ करना चाहिए। किसी भी हालत में शर्ट, टी-शर्ट या टिशू पेपर से स्क्रीन न पोंछें।
कैसे रखें स्क्रीन को सुरक्षित?
फोन की स्क्रीन को सुरक्षित रखने के लिए स्क्रीन प्रोटेक्टर या टेम्पर्ड ग्लास लगाना जरूरी है। इससे न केवल कोटिंग सुरक्षित रहती है, बल्कि स्क्रीन पर खरोंच या नुकसान का खतरा भी कम होता है।