स्मार्टफोन स्क्रीन की सेफ्टी के लिए कौन-सा टेम्पर्ड ग्लास है बेस्ट,
जानिए किस पर मिलेगा सबसे ज्यादा प्रोटेक्शन
2 months ago Written By: ANIKET PRAJAPATI
आजकल हर किसी के हाथ में स्मार्टफोन है। कॉल करने से लेकर पेमेंट करने तक हर काम मोबाइल से ही होता है। लेकिन जब फोन गलती से गिर जाए, तो सबसे ज्यादा खतरा उसकी स्क्रीन को होता है। टूटने, खरोंच आने या दरार पड़ने का डर हमेशा बना रहता है। इसी वजह से लोग अब अपने फोन पर टेम्पर्ड ग्लास लगवाने लगे हैं। हालांकि हर टेम्पर्ड ग्लास एक जैसा नहीं होता। कुछ मजबूत सुरक्षा देते हैं, तो कुछ सिर्फ दिखने में अच्छे लगते हैं। तो आखिर कौन-सा टेम्पर्ड ग्लास आपके फोन को बेहतर सुरक्षा देगा? आइए जानते हैं।
सही टेम्पर्ड ग्लास ही देगा असली सेफ्टी हर कोई चाहता है कि उसका फोन सुरक्षित रहे। लेकिन टेम्पर्ड ग्लास लगाने का मतलब यह नहीं कि अब फोन पूरी तरह सेफ है। बाजार में 2D, 2.5D, 5D और 11D जैसे कई प्रकार के ग्लास मिलते हैं। इनमें फर्क सिर्फ डिजाइन का नहीं, बल्कि सेफ्टी लेवल का भी होता है। जैसे 2D टेम्पर्ड ग्लास सिर्फ स्क्रीन के फ्लैट हिस्से को कवर करता है, जबकि 2.5D और 5D ग्लास एज-टू-एज कवरेज देते हैं। यानी ये किनारों तक सुरक्षा प्रदान करते हैं और गिरने पर स्क्रीन के टूटने की संभावना बहुत कम हो जाती है।
मोटाई और कोटिंग का भी रखें ध्यान टेम्पर्ड ग्लास चुनते समय उसकी मोटाई और कोटिंग बहुत मायने रखती है। मार्केट में आमतौर पर 0.3mm से 0.5mm मोटे ग्लास मिलते हैं, जो फोन की स्क्रीन के लिए पर्याप्त सुरक्षा देते हैं। बहुत पतले ग्लास भले ही देखने में प्रीमियम लगें, लेकिन हल्का झटका लगते ही टूट जाते हैं। वहीं अच्छे टेम्पर्ड ग्लास में हाइड्रोफोबिक और ओलियोफोबिक कोटिंग होती है, जिससे उंगलियों के निशान नहीं पड़ते और स्क्रीन साफ व स्मूथ रहती है। यह छोटी सी डिटेल आपके फोन यूज़ करने के अनुभव को काफी बेहतर बना देती है।
कर्व्ड डिस्प्ले और प्राइवेसी के लिए खास ग्लास अगर आपके फोन में कर्व्ड डिस्प्ले है, तो उसके लिए 5D या 11D टेम्पर्ड ग्लास सबसे बेस्ट रहेगा। ये ग्लास स्क्रीन के हर कोने को पूरी तरह कवर करते हैं और गिरने पर क्रैक या टूट-फूट से बचाते हैं। वहीं, अगर आपको अपनी प्राइवेसी की चिंता रहती है, तो प्राइवेसी टेम्पर्ड ग्लास चुन सकते हैं। इसमें स्क्रीन सिर्फ सामने से ही साफ दिखती है, जबकि साइड से देखने पर काली नजर आती है। हालांकि इस ग्लास से डिस्प्ले थोड़ी डिम हो सकती है, इसलिए फोन की ब्राइटनेस थोड़ा बढ़ानी पड़ती है।