डायबिटीज में कमाल करती है अर्जुन की छाल!
जानिए कैसे कंट्रोल होती है शुगर
1 months ago
Written By: अनिकेत प्रजापति
आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों के बीच अर्जुन की छाल इन दिनों स्वास्थ्य जगत में चर्चा का विषय बनी हुई है। विशेषज्ञों के अनुसार अर्जुन की छाल में मौजूद कई फाइटोकेमिकल्स और पोषक तत्व शुगर कंट्रोल और हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभप्रद होते हैं। डायबिटीज व हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को आयुर्वेदिक दवाओं में अर्जुन की छाल का उपयोग कराने की सलाह दी जाती है। इसमें सूजन-रोधी और मेटाबॉलिज्म बढ़ाने वाले गुण पाए जाते हैं, जो ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण में मदद कर सकते हैं। आइए जानें अर्जुन की छाल के विज्ञानसंगत फायदे और इसे कैसे इस्तेमाल करें।
अर्जुन की छाल में क्या मिलता है
अर्जुन की छाल में कई महत्वपूर्ण यौगिक पाए जाते हैं। इनमें फ्लेवोनोइड्स, टैनिन, ट्राइटरपेनोइड्स और सैपोनिन्स शामिल हैं। इसके अलावा इसमें अर्जुनोलिक एसिड, गैलिक एसिड और एलाजिक एसिड जैसे जैविक यौगिक भी होते हैं। ये तत्व मिलकर इसे सूजन-रोधी, एंटीऑक्सीडेंट और कार्डियोप्रोटेक्टिव बनाते हैं।
डायबिटीज और मेटाबॉलिज्म पर असर
अर्जुन की छाल को डायबिटीज के नियंत्रण में उपयोगी माना जाता है। इसमें पाए जाने वाले यौगिक शरीर में शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में सहायक होते हैं। साथ ही यह सूजन घटाकर मेटाबॉलिज्म को तेज करने में मदद करती है, जिससे शुगर नियंत्रित रखने में फायदा होता है।
अन्य रोगों में लाभ
अर्जुन की छाल गठिया में सूजन और दर्द को कम करती है। हृदय रोग और हाई ब्लड प्रेशर में यह धमनियों को सहारा देती है और ब्लड प्रेशर घटाने में मदद करती है। कोलेस्ट्रॉल घटाने के गुण भी इसमें पाए गए हैं। लूजमोषन या पेचिश में टैनिन के कारण यह पाचन सुधारने और दस्त बंद करने में मददगार रहती है।
इस्तेमाल कैसे करें
अर्जुन की छाल का पाउडर मार्केट में उपलब्ध है। उपयोग के लिए लगभग 10-10 मिलीग्राम अर्जुन की छाल पाउडर सुबह और शाम लेने की सलाह दी जाती है — इसे चाय, दूध या गर्म पानी के साथ लिया जा सकता है। यह तरीका सरल है और नियमित सेवन से लाभ मिलने की संभावना रहती है।
नोट और सावधानी
किसी भी हर्बल उपाय से पहले अपने चिकित्सक से सलाह अवश्य लें, खासकर अगर आप अन्य दवाइयाँ ले रहे हों। गर्भवती, स्तनपान कराने वाली महिलाएँ या गंभीर बीमारियों वाले रोगियों को डॉक्टर की सलाह के बिना नई जड़ी-बूटी शुरू नहीं करनी चाहिए।