जवानी संभालने की होड़ में बढ़ता खतरा,
नेचुरल तरीका ही सबसे बेहतर
1 months ago Written By: ANIKET PRAJAPATI
हर इंसान चाहता है कि उसकी जवानी कभी खत्म न हो। लेकिन आज की भागदौड़, टेंशन और अकेलेपन भरी ज़िंदगी में जवां दिखने की चाहत एक नई मुसीबत बनती जा रही है। यही वजह है कि अब 20 से 35 साल तक के युवा बिना डॉक्टर की सलाह के एंटी-एजिंग प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल कर रहे हैं। कोई ग्लूटा-थियोन की गोलियां खा रहा है, कोई विटामिन-C के इंजेक्शन लगवा रहा है, तो कोई बोटॉक्स और कोलाजेन ट्रीटमेंट करा रहा है। इन सभी का असर दिखता तो है, लेकिन इसके पीछे छिपे खतरों से लोग अनजान हैं।
एंटी-एजिंग प्रोडक्ट्स से बढ़ते हैं साइड इफेक्ट्स
बाबा रामदेव के मुताबिक, ग्लूटा-थियोन एक प्राकृतिक एंटीऑक्सिडेंट है जो शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाता है, लेकिन इसका ज़्यादा इस्तेमाल लिवर और किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है। वहीं, कोलाजेन सप्लीमेंट्स स्किन की इलास्टिसिटी बढ़ाने का दावा करते हैं, लेकिन वैज्ञानिक तौर पर इसके ठोस प्रमाण नहीं हैं। बोटॉक्स झुर्रियां तो मिटा देता है, मगर बार-बार कराने से चेहरा सुन्न, बेजान और अजीब दिखने लगता है। बाबा रामदेव कहते हैं, “जब हम एंटी-एजिंग दवाओं से शरीर की प्राकृतिक प्रक्रिया में छेड़छाड़ करते हैं, तो इससे हॉर्मोनल गड़बड़ी, मूड स्विंग्स, डिप्रेशन, पाचन की समस्या और यहां तक कि स्ट्रोक या कैंसर तक का खतरा बढ़ सकता है।”
योग और सही खानपान से मिलेगी असली जवानी
बाबा रामदेव का कहना है कि असली ‘एंटी-एजिंग थेरेपी’ किसी क्रीम या इंजेक्शन में नहीं, बल्कि हमारी दिनचर्या में छिपी है। अगर आप रोज़ाना 30 मिनट योग करें, पूरी नींद लें और मौसम के हिसाब से ताजे फल-सब्जियां खाएं, तो आपका चेहरा खुद-ब-खुद चमकने लगेगा। एलोवेरा जूस, संतुलित आहार, और तले-भुने भोजन से परहेज – यही स्वस्थ त्वचा का राज है। तेज मसालों से दूरी और नियमित एक्सरसाइज़ शरीर में ऊर्जा बनाए रखती है।
खुश रहें, जवां रहें
बाबा रामदेव कहते हैं – “अगर आप खुश रहते हैं, तो शरीर खुद जवान बना रहता है।” खुश रहने से धड़कन सामान्य रहती है, ब्लड प्रेशर नियंत्रित होता है, इम्यूनिटी मजबूत होती है और त्वचा में नेचुरल ग्लो आता है। यही नहीं, इससे उम्र लंबी होती है, दर्द कम होते हैं और मन हमेशा शांत रहता है।