बाबा रामदेव के हेल्थ टिप्स:
भारत में बढ़ रही विटामिन और मिनरल की कमी से ऐसे बचें
1 months ago Written By: अनिकेत प्रजापति
देश में पोषण की कमी तेजी से बढ़ रही है। हर दूसरा भारतीय किसी न किसी तरह की न्यूट्रिशन डेफिशिएंसी से जूझ रहा है। ताज़ा रिपोर्ट्स के मुताबिक, 73% भारतीयों में प्रोटीन की कमी है, जबकि 46% लोगों को विटामिन D की कमी का सामना करना पड़ रहा है। आधे से ज्यादा आबादी आयरन, कैल्शियम और विटामिन B12 की कमी से प्रभावित है। पोषण हमारे शरीर के लिए ऊर्जा और रोग-प्रतिरोधक क्षमता का आधार होता है। इसकी कमी से कई बीमारियां जन्म ले सकती हैं। योग गुरु बाबा रामदेव का कहना है कि अगर हम अपनी दिनचर्या और खानपान पर ध्यान दें, तो इन कमियों को बहुत आसानी से दूर किया जा सकता है।
इन कमियों से बढ़ती हैं गंभीर बीमारियां
बाबा रामदेव बताते हैं कि कैल्शियम की कमी से हड्डियाँ कमजोर होती हैं और आर्थराइटिस, डिप्रेशन, स्किन और डेंटल प्रॉब्लम जैसी परेशानियाँ बढ़ जाती हैं। वहीं विटामिन D की कमी से अस्थमा, हार्ट डिज़ीज़, कैंसर और डायबिटीज़ का खतरा बढ़ जाता है। आयरन की कमी से एनीमिया, सिरदर्द, थकान, चक्कर और बाल झड़ने की समस्या होती है। विटामिन A की कमी से आंखों की रोशनी कमजोर होती है और लिवर की परेशानी भी बढ़ सकती है।
बाबा रामदेव के उपाय: कैसे पूरी करें ये कमी
बाबा रामदेव के अनुसार, अगर आप रोज़ एक गिलास गाजर, चुकंदर, आंवला, नींबू और धनिया से बना जूस पीते हैं, तो इससे आंखों की रोशनी बढ़ती है और स्किन नेचुरली ग्लो करती है। अगर आप अपनी इम्यूनिटी बढ़ाना चाहते हैं, तो मौसमी फल का जूस सबसे अच्छा विकल्प है। यह जूस विटामिन C से भरपूर होता है और वायरस के खिलाफ शरीर में शील्ड की तरह काम करता है। सर्दी, खांसी और फ्लू जैसी समस्याओं से भी बचाता है।
हर्बल टी से बढ़ेगी बॉडी हीट और इम्यूनिटी
ठंडी सुबह में तुलसी, अदरक, काली मिर्च और शहद से बनी हर्बल टी पीना बेहद फायदेमंद है। बाबा रामदेव के अनुसार, यह चारों चीजें मिलकर शरीर में नेचुरल हीटर का काम करती हैं। यह न सिर्फ ठंड से बचाव करती हैं, बल्कि शरीर को अंदर से मज़बूत भी बनाती हैं।
सूरज की रोशनी और योग से मिलेगा पूरा लाभ
बाबा रामदेव सलाह देते हैं कि हर सुबह कुछ देर सूरज की हल्की रोशनी में बैठें, नेचुरल जूस पिएं और रोज़ाना योगाभ्यास करें। इन छोटी-छोटी आदतों से शरीर में आयरन, कैल्शियम और विटामिन की कमी धीरे-धीरे पूरी हो जाती है और शरीर प्राकृतिक रूप से स्वस्थ और ऊर्जावान बना रहता है।