क्या एक साल से कम उम्र के बच्चों को गाय का दूध पिलाना सही है,
डॉक्टर ने बताई बड़ी सच्चाई
1 months ago Written By: Aniket Prajapati
हर माता-पिता की यही ख्वाहिश होती है कि उनका बच्चा सेहतमंद, तंदरुस्त और एक्टिव रहे। इसके लिए वे बच्चों के खान-पान से लेकर हर पोषण तत्व पर ध्यान देते हैं। अधिकतर पेरेंट्स बच्चों को दूध जरूर पिलाते हैं और ज़्यादातर मामलों में ये गाय का दूध होता है। माना जाता है कि गाय का दूध शरीर के लिए बेहद फायदेमंद है, लेकिन क्या एक साल से कम उम्र के बच्चे को गाय का दूध देना सही है? इस पर विशेषज्ञों की राय कुछ और कहती है। आइए जानते हैं बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर रवि मलिक की सलाह,
एक साल से छोटे बच्चे को क्यों नहीं देना चाहिए गाय का दूध डॉ. के आनुसार, सभी संस्थाएं इस बात पर सहमत हैं कि एक साल से छोटे बच्चों को गाय का दूध नहीं देना चाहिए। उनके मुताबिक गाय के दूध में आयरन, विटामिन E, A, C और आवश्यक फैटी एसिड की कमी होती है, जो शिशु के विकास के लिए बेहद जरूरी हैं। इसके साथ ही इसमें सोडियम, पोटेशियम और प्रोटीन की मात्रा ज्यादा होती है, जिसे शिशु की किडनी सही तरह से पचा नहीं पाती। यही नहीं, इससे इंफेक्शन का खतरा भी बढ़ सकता है और बच्चे को एलर्जी या पेट संबंधी दिक्कतें हो सकती हैं।
अगर मां का दूध न आए तो क्या करें? डॉक्टरों के अनुसार अगर मां के स्तनों में दूध नहीं आता या दूध पर्याप्त मात्रा में नहीं बन रहा, तो एक साल से छोटे बच्चे के लिए फार्मूला मिल्क सबसे सुरक्षित विकल्प है। फार्मूला मिल्क में बच्चे की उम्र और जरूरत के अनुसार पोषण तत्वों का संतुलन होता है, जिससे बच्चे का विकास बिना किसी खतरे के होता है।
कब से देना चाहिए बच्चे को गाय का दूध? हेल्थ एक्सपर्ट्स की राय में एक साल की उम्र पूरी होने के बाद ही बच्चे को गाय का दूध देना शुरू करें। तब तक बच्चे का पाचन तंत्र विकसित हो जाता है और शरीर ज्यादा पोषक तत्वों को पचा पाने में सक्षम होता है। हालांकि, दूध की मात्रा धीरे-धीरे बढ़ाएं और शुरुआत में 100–150 मिली से ज़्यादा न दें।
जल्दी गाय का दूध देने से हो सकते हैं ये नुकसान अगर एक साल से पहले बच्चे को गाय का दूध दे दिया जाए, तो वह ओबेसिटी यानी मोटापे, आयरन की कमी (एनीमिया), या किडनी के प्रेशर जैसी समस्याओं से जूझ सकता है। गाय के दूध में फास्फेट और प्रोटीन की मात्रा अधिक होने के कारण नवजात शिशु का वजन जरूरत से ज़्यादा बढ़ सकता है और मेटाबॉलिज्म पर असर पड़ सकता