भीगे चने का पानी क्यों है इतना फायदेमंद?
जानिए सेहत से जुड़ी पूरी रिपोर्ट
1 months ago Written By: अनिकेत प्रजापति
अक्सर लोग चने को भिगोकर खाते हैं, लेकिन इसके पानी को पीने की सलाह भी दी जाती है। यह सुनने में भले अजीब लगे, लेकिन यह पानी शरीर के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। जब चने रातभर पानी में भिगोए रहते हैं, तो उनका रंग बदल जाता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि चने के कई माइक्रोन्यूट्रिएंट्स पानी में घुल जाते हैं। इनमें खासतौर पर वॉटर-सॉल्यूबल विटामिन, जैसे विटामिन बी समूह शामिल होते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, सुबह खाली पेट इस पानी को पीने से शरीर में कई सकारात्मक बदलाव आते हैं और सेहत बेहतर होती है।
इम्यूनिटी बढ़ाता है चने का पानी चने का पानी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाता है। इसमें मौजूद कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, पोटेशियम और विटामिन A, B, C, D जैसे पोषक तत्व इम्यून सिस्टम को ऊर्जा देते हैं। चना भिगोने या उबालने से इसके कई विटामिन और खनिज पानी में मिल जाते हैं। यह पानी शरीर को बीमारियों से लड़ने की क्षमता देता है और नियमित सेवन करने पर संक्रमण से बचाव में मदद करता है।
डाइजेशन को बेहतर बनाता है अगर आपका पाचन कमजोर है, तो चने का पानी बहुत फायदेमंद हो सकता है। इसमें काला नमक मिलाकर पीने से आंतें साफ होती हैं और मेटाबोलिज्म बेहतर होता है। इससे भोजन जल्दी पचता है और पेट हल्का महसूस होता है। नियमित रूप से इसका सेवन करने से पेट फूलना, गैस और भारीपन जैसी समस्याएं भी कम होने लगती हैं।
कब्ज से राहत दिलाता है कब्ज की समस्या वाले लोगों के लिए चने का पानी एक प्राकृतिक उपाय है। यह मेटाबोलिक रेट बढ़ाता है और सूखे मल में नमी जोड़कर उसे बाहर निकालने में मदद करता है। चना और चने का पानी दोनों ही पेट को साफ रखने और कब्ज को कम करने में कारगर माने जाते हैं।
मांसपेशियों की अकड़न में राहत चने के पानी में मौजूद आयरन और प्रोटीन मांसपेशियों को ताकत देते हैं। यह पैरों में दर्द, जकड़न और कमजोरी को कम कर सकता है। जिन लोगों को रोज़ाना पैरों में अकड़न की परेशानी रहती है, उनके लिए यह पानी काफी फायदेमंद माना जाता है।
कैसे और कब पिएं चने का पानी?
रात में चने भिगो दें और सुबह उनका पानी छानकर खाली पेट पी लें।
स्वाद के लिए आप इसमें काला नमक, भुना जीरा पाउडर या नींबू का रस भी मिला सकते हैं।