निरोग रहने के लिए आज ही बदलें किचन के बर्तन,
स्वामी रामदेव से जानें कौन सा बर्तन आपको रखेगा फिट
1 months ago Written By: अनिकेत प्रजापति
सदियों से बर्तन हमारी सभ्यता का हिस्सा रहे हैं। मिट्टी से लेकर तांबा, स्टील, कांच और नॉन-स्टिक तक हर दौर का अपना बर्तन रहा है। आजकल किचन-बर्तनों के चुनाव का सीधा असर हमारी सेहत पर पड़ता है, खासकर लिवर (जिगर) पर। कई मेडिकल रिपोर्ट बताती हैं कि खाना पकाने व रखने के दौरान कुछ बर्तनों से मेटल या कैमिकल भोजन में जा सकते हैं। इस रिपोर्ट के आधार पर और पारंपरिक सुझावों को ध्यान में रखते हुए समझना जरूरी है कि कौन से बर्तन फायदे और किसके क्या नुकसान हैं।
तांबे के बर्तन तांबे के बर्तन पानी को नेचुरल तरीके से साफ करते हैं और हल्का अल्कालाइन बनाते हैं। आयरन-सिस्टम व इम्यूनिटी के लिए भी लाभकारी कहा जाता है। पर लंबे समय तक खाना रखने पर कॉपर घुलने का खतरा रहता है और हर किसी की पाचन प्रणाली पर यह सूट नहीं करता।
मिट्टी (क्ले) के बर्तन मिट्टी के बर्तन धीमी आंच पर पकाने से स्वाद और हजम दोनों बेहतर करते हैं। रासायनिक-मुक्त और पारंपरिक हैं। पर ये जल्दी टूटते हैं, तेल-मसाले से दाग पकड़ लेते हैं और रख-रखाव मुश्किल होता है।
सिरेमिक और कांच अच्छे ब्रांड की सिरेमिक दिखने में सुंदर होती है और खाना गर्म रहती है, पर घटिया कोटिंग में लेड और टॉक्सिन्स मिल सकते हैं। कांच स्टोरिंग के लिए बेहतरीन है — कैमिकल रिएक्शन कम होता है — पर टूटने का जोखिम रहता है और हर कांच हाई-हीट-फ्रेंडली नहीं होता।
लकड़ी व बांस नेचुरल और इको-फ्रेंडली होते हैं। पर नमी में फूल जाते हैं, गंध पकड़ते हैं और नियमित देखभाल चाहिए।
स्टेनलेस स्टील सबसे सुरक्षित और टिकाऊ माना जाता है। खाना इसके साथ सामान्यतः रिएक्ट नहीं करता। पर बहुत खट्टे खाने को लंबे समय तक रखने से असर हो सकता है; सस्ते स्टील में क्वालिटी-समस्या हो सकती है।
लोहे के बर्तन आयरन की कमी वाले लोगों के लिए लाभकारी — खाना आयरन-रिच बनता है। पर जंग लगने का खतरा रहता है और वजन ज्यादा होता है।
नॉन-स्टिक और एल्यूमीनियम नॉन-स्टिक कम तेल में पकाने के लिए अच्छा है, पर उच्च ताप पर कोटिंग पिघल सकती है और ख़तरनाक धुआँ निकल सकता है। एल्यूमीनियम हल्का व सस्ता है, पर खट्टे भोजन से रिएक्शन और लंबे समय में शरीर पर असर की रिपोर्टें हैं।
पंचधातु, सोना-चांदी आयुर्वेद में इनका विशेष स्थान बताया गया है, पर आज केवल विशिष्ट परिस्थितियों में ही उपयोगी समझे जाते हैं।
लिवर-फ्रेंडली सुझाव लिवर की सेहत के लिए सबसे सुरक्षित विकल्प: स्टेनलेस स्टील (अच्छी क्वालिटी), कांच और मिट्टी (जहाँ संभव हो)। लोहे के बर्तन लाभकारी हो सकते हैं यदि जंग-रहित रखें। नॉन-स्टिक और एल्यूमीनियम का इस्तेमाल सावधानी से करें — ऊँची आंच और लंबे समय के स्टोरेज से बचें। घटिया सिरेमिक से बचें जो लेड-कोटिंग दे सकती है। खुला सुझाव: नई चीज़ खरीदते समय ब्रांड की क्वालिटी चेक करें और बर्तनों की सटीक देखभाल करें — यह आपके लिवर और समग्र सेहत के लिए फायदेमंद रहेगा।