कैंसर में दर्द कब होता है और क्यों नहीं होता,
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1 months ago Written By: ANIKET PRAJAPATI
कैंसर एक जानलेवा बीमारी है और इसे लेकर लोगों में कई भ्रांतियां हैं। आम धारणा यह है कि कैंसर हमेशा दर्द के साथ ही शुरू होता है। हालांकि, मेडिकल साइंस के अनुसार शुरुआती स्टेज में अधिकांश मरीजों को कोई दर्द महसूस नहीं होता। दर्द आमतौर पर तब शुरू होता है जब बीमारी आकार में बड़ी हो जाती है, आसपास की नसों पर दबाव डालती है या किसी अंग के काम को प्रभावित करती है। इस नेशनल कैंसर अवेयरनेस डे पर डॉक्टर ने बताया कि कैंसर में दर्द की शुरुआत और बढ़ना कई कारणों पर निर्भर करता है।
शुरुआती कैंसर में दर्द क्यों नहीं होता
कैंसर के शुरुआती चरण में कई बार यह पूरी तरह साइलेंट रहता है। मरीज को कोई दर्द महसूस नहीं होता। इसके मुख्य कारण हैं: ट्यूमर का छोटा होना, आसपास की नसों या ऊतकों पर दबाव न पड़ना, और आंतरिक अंगों में पर्याप्त जगह होना। इस वजह से कई बार कैंसर का पता रुटीन जांच या किसी दूसरी बीमारी की जांच के दौरान ही चलता है।
ट्यूमर बढ़ने पर दर्द कैसे होता है
जैसे-जैसे कैंसर का ट्यूमर बढ़ता है, यह आसपास की नसों, मांसपेशियों या हड्डियों को प्रभावित करता है। मरीज को चुभन, जलन या तेज दर्द महसूस होने लगता है। यह दर्द खासकर रात में बढ़ जाता है। ब्रेन ट्यूमर, पैनक्रिएटिक कैंसर, बोन कैंसर और हेड एंड नेक कैंसर में दर्द ज्यादा होता है। हड्डियों के कैंसर में सबसे अधिक दर्द होता है। कई बार कैंसर किसी खोखले अंग या वाहिनी को ब्लॉक कर देता है, जिससे तेज दर्द महसूस होता है।
इलाज से जुड़े दर्द
कैंसर का इलाज—कीमोथेरेपी, रेडिएशन या सर्जरी—भी दर्द का कारण बन सकता है। कीमोथेरेपी से नसों में जलन और दर्द हो सकता है, रेडिएशन से त्वचा में सूजन और जलन होती है, जबकि सर्जरी के बाद भी दर्द महसूस होता है। हालांकि, यह दर्द अस्थायी और नियंत्रित होता है।
एडवांस स्टेज में दर्द
जब कैंसर एडवांस स्टेज में पहुंचता है, तो यह हड्डियों और महत्वपूर्ण अंगों को प्रभावित करता है। आधुनिक प्रशामक देखभाल और पेन कंट्रोल टेक्निक से 90% तक मरीजों का दर्द कम किया जा सकता है।
हर दर्द कैंसर का संकेत नहीं
ध्यान रखें कि हर दर्द कैंसर का मतलब नहीं होता। गैस, एसिडिटी, मांसपेशियों का खिंचाव, इंफेक्शन और कब्ज जैसी सामान्य समस्याएं भी दर्द पैदा कर सकती हैं।