कैंसर का बढ़ता खतरा: मिलावटी खाने, खराब आदतों और प्रदूषण से कैसे बचें,
जानें विशेषज्ञों की सलाह
1 months ago Written By: Aniket prajapati
आज के समय में कैंसर सिर्फ उम्रदराज लोगों की बीमारी नहीं रह गई है, बल्कि नवजात बच्चों तक में इसके खतरे बढ़ते दिखाई दे रहे हैं। डॉक्टरों और शोध संस्थानों की रिपोर्ट में साफ हुआ है कि धुआं, शराब, तनाव, मिलावटी खाना और प्रदूषण शरीर की इम्यूनिटी को धीरे-धीरे कमजोर करते हैं। वहीं हालिया शोध में यह बेहद चौंकाने वाली बात सामने आई कि बिहार के छह जिलों में 70% शिशुओं के शरीर में यूरैनियम का खतरनाक स्तर पाया गया। यहां तक कि मां के दूध में भी सीसा और यूरैनियम जैसे हैवी मैटल्स मिले, जो किडनी, दिमाग और विकास पर गंभीर असर डालते हैं। ऐसे माहौल में सावधानी और सही जीवनशैली अपनाकर कैंसर के खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
खराब आदतें बन रही कैंसर का बड़ा कारण
विशेषज्ञों का कहना है कि धूम्रपान, शराब, जला हुआ भोजन और अकेलापन शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को तोड़ देते हैं। शोध बताते हैं कि अकेलापन रोज 15 सिगरेट पीने जैसा नुकसान करता है। इन्हीं कारणों से कैंसर चुपचाप शरीर में प्रवेश कर जाता है। लेकिन राहत की बात यह है कि CANCER शब्द ही इसके बचाव का रास्ता भी बताता है:
C — Cut Alcohol & Smoking: शराब और सिगरेट पूरी तरह छोड़ें।
A — Activate Lifestyle: रोजाना व्यायाम और योग करें।
N — Nutrition: पोषणयुक्त भोजन लें।
C — Check-ups: नियमित हेल्थ चेकअप कराएं।
E — Exposure to Sunlight: थोड़ी देर धूप जरूर लें।
R — Rest: पर्याप्त नींद लें।
इन छह आदतों को अपनाकर कैंसर का खतरा 60–70% तक कम किया जा सकता है।
भोजन में मिलावट बना सबसे बड़ा खतरा
हल्दी, मिर्च, तेल, मसाले, घी, हरी सब्जियों और फलों में मिलावट तेजी से बढ़ रही है। रंगों में लेड ऑक्साइड, कॉपर सल्फेट, एल्युमीनियम ब्रोमाइड, मरक्युरी सल्फाइड और अन्य जहरीले केमिकल मिलाए जाते हैं। इन्हीं के कारण किडनी खराब होना, आंखों में जलन, अस्थमा, त्वचा रोग, एलर्जी और कैंसर तक का खतरा बढ़ जाता है।
मिलावट ऐसे पहचानें:
सब्जियों को गीली रूई या सफेद कपड़े पर रगड़कर देखें।
अगर रंग उतर जाए या असामान्य चमक दिखे तो समझें मिलावट है।
फल और सब्जियाँ हमेशा साफ महक वाली और प्राकृतिक रंग की ही खरीदें।
फलों को खाने का सही तरीका
विशेषज्ञों के अनुसार फल तभी फायदेमंद होते हैं जब उन्हें सही तरीके से खाया जाए। गुनगुने पानी से धोएं, जरूरत पड़े तो फिटकरी या क्लोरीन पानी का उपयोग करें और काटकर देखें कि रंग और बनावट प्राकृतिक है या नहीं।
निष्कर्ष
खराब आदतें, मिलावटी खाना और बढ़ता प्रदूषण आज स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा बन गए हैं। लेकिन संतुलित जीवनशैली, सही भोजन और थोड़ी जागरूकता से कैंसर सहित कई घातक बीमारियों से बचाव संभव है। योगगुरु स्वामी रामदेव के अनुसार, सही दिनचर्या और शुद्ध भोजन शरीर को मजबूत बनाते हैं और रोगों से लड़ने की क्षमता को बढ़ाते हैं।