छठ पर्व पर जानिए कैसे नेचर के करीब रहकर बना सकते हैं खुद को हेल्दी,
बाबा रामदेव ने बताया उपाय
2 months ago Written By: Aniket Prajapati
हवा, पानी, मिट्टी और सूरज की रोशनी ये सिर्फ प्रकृति के तत्व नहीं, बल्कि हमारे जीवन की असली ताकत हैं। हमारा शरीर भी इन्हीं पंचतत्वों से बना है। लेकिन आधुनिक जीवनशैली ने हमें प्रकृति से दूर कर दिया है। नतीजा, फ्री में मिलने वाली चीजें भी अब हमारे शरीर में कम होती जा रही हैं।सबसे बड़ा उदाहरण है विटामिन D की कमी, जो अब आम हो चुकी है। भारत में करीब 70 से 80 फीसदी लोग इसकी कमी से जूझ रहे हैं। इससे न सिर्फ शरीर कमजोर पड़ता है, बल्कि विटामिन B12 और कैल्शियम का इम्बैलेंस भी बढ़ जाता है। योगगुरु बाबा रामदेव कहते हैं — “अगर लोग थोड़ी देर धूप में बैठें और रोज कुछ मिनट योग करें, तो यह कमी खुद-ब-खुद दूर हो सकती है।”
विटामिन D की कमी से बढ़ती हैं कई बीमारियां
बाबा रामदेव बताते हैं कि धूप विटामिन D का सबसे बड़ा और प्राकृतिक स्रोत है। इसकी कमी से शरीर में थकान, डिप्रेशन, हड्डियों की कमजोरी, दिल की बीमारियां और यहां तक कि कैंसर का खतरा भी बढ़ सकता है। इस कमी को पूरा करने के लिए रोजाना कुछ देर सुबह की धूप में बैठें, दूध और डेयरी प्रोडक्ट्स खाएं, और अपने डाइट में गाजर व अंकुरित अनाज जरूर शामिल करें।योगगुरु का कहना है कि सूर्य नमस्कार करने से शरीर पूरी तरह डिटॉक्स होता है, रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है, डिप्रेशन दूर होता है और लंग्स की क्षमता भी बढ़ती है।
छठ पूजा के प्रसाद में छिपा है सेहत का खजाना
छठ पर्व सिर्फ आस्था का नहीं, बल्कि सेहत से जुड़ा त्योहार भी है। बाबा रामदेव के अनुसार, छठ में चढ़ाए जाने वाले प्रसाद जैसे नारियल, नींबू, हल्दी, अदरक, गन्ना, अंकुरित चना, मूली, हरी सब्जियां, केला, सिंघाड़ा, गुड़ और ठेकुआ सभी स्वास्थ्यवर्धक हैं। ये प्रसाद शरीर को प्राकृतिक एनर्जी देते हैं और इम्यूनिटी को बढ़ाते हैं।
हर प्रसाद के पीछे छिपा है आयुर्वेदिक रहस्य
छठ के प्रसाद में हर चीज का अपना आयुर्वेदिक महत्व है।
गन्ना पाचन को मजबूत करता है,
नींबू और डाभ (नारियल पानी) सर्दी-जुकाम से बचाते हैं,
नारियल में एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो स्किन और बालों के लिए फायदेमंद हैं,