अक्सर ठंडे रहते है आपके हाथ - पैर,
जानिए किन बीमारियों का है लक्षण
1 months ago
Written By: ANJALI
अक्सर लोग शिकायत करते हैं कि उनके हाथ और पैर हमेशा ठंडे रहते हैं। चाहे गर्मी हो या सर्दी, हथेली और पंजों में ठंडक महसूस होती है। कई बार यह सामान्य हो सकता है, लेकिन अगर यह समस्या बार-बार या लगातार बनी रहती है तो यह किसी बीमारी का संकेत भी हो सकती है।
हाथ-पैर ठंडे रहने के कारण
हाथ-पैर ठंडे रहने का सबसे बड़ा कारण है खून का सही तरीके से अंगों तक न पहुँच पाना (Poor Blood Circulation)। जब दिल से खून हाथ-पैरों तक ठीक से नहीं पहुँच पाता, तो इनका तापमान कम हो जाता है। यह ठंडे मौसम में या लंबे समय तक बैठे रहने के बाद भी हो सकता है। लेकिन अगर समस्या लगातार बनी रहे तो सतर्क होना जरूरी है।
किन बीमारियों की ओर इशारा कर सकते हैं ठंडे हाथ-पैर?
एनीमिया (खून की कमी):
हीमोग्लोबिन की कमी से शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलती, जिससे हाथ-पैर ठंडे रहते हैं।
थायरॉयड की समस्या:
हाइपोथायरॉयडिज़्म (थायरॉयड कम काम करना) में मेटाबॉलिज़्म धीमा हो जाता है और शरीर का तापमान गिर जाता है।
डायबिटीज (शुगर):
शुगर के मरीजों में नसों को नुकसान पहुँच सकता है जिससे हाथ-पैरों में ब्लड फ्लो प्रभावित होता है।
लो ब्लड प्रेशर या हार्ट प्रॉब्लम:
अगर दिल की पंपिंग कमजोर हो या ब्लड प्रेशर बहुत कम हो तो हाथ-पैर ठंडे हो जाते हैं।
रेनॉड डिज़ीज़ (Raynaud’s Disease):
इसमें ठंड या तनाव की वजह से हाथ-पैर की उंगलियों की रक्त नलिकाएँ सिकुड़ जाती हैं। इस दौरान उंगलियाँ पहले सफेद, फिर नीली और बाद में लाल हो जाती हैं।
अन्य कारण:
पोषण की कमी, धूम्रपान, तनाव, डिहाइड्रेशन या बहुत देर तक बैठे रहने से भी यह समस्या हो सकती है।
कब सतर्क हों?
अगर हाथ-पैर हमेशा ठंडे रहते हैं और इनके साथ ये लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें:
बार-बार सुन्न होना या झुनझुनी होना
त्वचा का रंग बदलना (सफेद/नीला/लाल)
घाव या कट जल्दी न भरना
बहुत ज्यादा थकान या चक्कर आना
अचानक और लगातार वजन घटना
हाथ-पैर ठंडे रहने से बचाव के उपाय
ठंड से बचें और गर्म कपड़े पहनें।
रोज़ाना व्यायाम करें ताकि ब्लड सर्कुलेशन बेहतर हो।
धूम्रपान और शराब से दूरी बनाएँ।
आयरन, विटामिन B12 और फोलिक एसिड से भरपूर संतुलित आहार लें।
पर्याप्त मात्रा में पानी पिएँ।
समस्या बनी रहने पर डॉक्टर से जाँच करवाएँ।