डांस थेरेपी की ताकत:
10 साल कोमा में रही लड़की को मां ने ‘स्क्वायर डांस’ से लौटाया जिंदगी की ओर
1 months ago
दुनिया में डांस को सिर्फ मनोरंजन माना जाता है, लेकिन चीन की एक सच्ची घटना ने यह साबित कर दिया कि डांस सिर्फ मूवमेंट नहीं, बल्कि एक शक्तिशाली थेरेपी भी है। कहा जाता है कि म्यूजिक और डांस मिलकर दिमाग की गहरी नसों को भी एक्टिव कर देते हैं। चीन में करोड़ों लोग रोज़ पार्क में ‘स्क्वायर डांस’ करके खुद को फिट रखते हैं। इसी डांस की ताकत ने एक मां को अपनी कोमा में पड़ी बेटी को वापस जीवन देने की प्रेरणा दी। डॉक्टर्स ने उम्मीद छोड़ दी थी, लेकिन मां ने नहीं छोड़ी। 10 साल तक रोज़ बेटी का हाथ पकड़कर डांस करते-करते आखिरकार चमत्कार हो गया।
मां का विश्वास बना सहारा, 10 साल बाद बेटी को होश आया
रिपोर्ट्स के अनुसार, चीन की यह महिला हर सुबह अपनी कोमा में पड़ी बेटी का हाथ पकड़कर पार्क जाती थी। वह ‘स्क्वायर डांस’ करती और बेटी का हाथ अपने शरीर की मूवमेंट से धीरे-धीरे हिलाती रहती। शुरुआत में डॉक्टरों ने साफ कहा था कि लड़की के ठीक होने की उम्मीद नहीं है, लेकिन मां ने हार नहीं मानी। धीरे-धीरे डांस का रिद्म, म्यूजिक की वाइब्रेशन और मां के स्पर्श ने लड़की की 'inactive नसों' तक असर पहुंचाना शुरू किया। कई सालों की कोशिश के बाद दिमाग ने प्रतिक्रिया दी और एक दिन लड़की कोमा से बाहर आ गई। हेल्थ एक्सपर्ट्स ने भी इसे ‘मेडिकल मिरेकल’ माना।
म्यूजिक और डांस थेरेपी का असर क्या होता है?
विशेषज्ञ बताते हैं कि म्यूजिक, टच और डांस मिलकर दिमाग को शांत करते हैं और कई ‘हीलिंग केमिकल्स’ रिलीज करते हैं। इसे Placebo Effect भी कहा जाता है—यानी विश्वास की ताकत से होने वाली प्राकृतिक चिकित्सा।
डांस और म्यूजिक:
स्ट्रेस कम करते हैं
दिमाग की सोई नसों को सक्रिय करते हैं
मूड ठीक करते हैं
दिमाग को रीसेट करते हैं
ब्रेन को हेल्दी रखने के 5 आसान उपाय
नियमित एक्सरसाइज
संतुलित आहार
तनाव से दूरी
रोज म्यूजिक सुनना
7–8 घंटे की नींद
ब्रेन के लिए सुपरफूड
अखरोट, बादाम, काजू, अलसी, पंपकिन सीड्स, दूध, हल्दी, शिलाजीत, अंकुरित अनाज, हरी सब्जियां और लौकी। इसके अलावा रोज सुबह रस पीना भी फायदेमंद होता है—एलोवेरा, गिलोय, अश्वगंधा जैसे प्राकृतिक पेय दिमाग को मजबूत बनाते हैं। साथ ही बादाम रोगन दूध में मिलाकर पीने और नाक में डालने से भी मस्तिष्क की कार्यक्षमता बेहतर होती है।