दिल्ली-NCR की जहरीली हवा से बढ़ा खतरा,
जानिए कैसे बचें और मसल्स को रखें स्ट्रॉन्ग
1 months ago
Written By: अनिकेत प्रजापति
दिल्ली-NCR में हवा इतनी जहरीली हो चुकी है कि AIIMS ने इसे ‘हेल्थ इमरजेंसी’ जैसी स्थिति बताया है। AQI लगातार 400 के आसपास पहुंच रहा है और डॉक्टरों के अनुसार, अब सेहतमंद लोग भी बीमार पड़ रहे हैं। पहले जो खांसी 3-4 दिन में ठीक हो जाती थी, अब 3-4 हफ्ते तक चल रही है। हवा में मौजूद जहरीले कण सांस की नली से लेकर फेफड़ों के निचले हिस्से तक सूजन बढ़ा रहे हैं। नींद में भी लोगों को सांस फूलने की शिकायत हो रही है। यहां तक कि पक्षी भी उड़ नहीं पा रहे और रोज 200 से ज्यादा घायल पक्षी अस्पताल पहुंच रहे हैं। ऐसे खतरनाक माहौल में शरीर को मजबूत रखना बेहद जरूरी हो गया है।
हैल्थ इमरजेंसी का असर: इंसान और पक्षी दोनों परेशान
दिल्ली की प्रदूषित हवा सिर्फ इंसानों नहीं बल्कि जानवरों पर भी भारी पड़ रही है। कई पक्षियों को आंखों में जलन, सांस लेने में दिक्कत और ‘कोराइजा’ जैसी समस्याएं हो रही हैं। जब पक्षी उड़ नहीं पा रहे, तो साफ है कि इंसानों के फेफड़ों पर इससे कितना बोझ पड़ रहा होगा। फेफड़े कमजोर होने से शरीर में ऑक्सीजन का फ्लो प्रभावित होता है और पूरी बॉडी पर असर पड़ता है।
शरीर क्यों देता है जवाब: मसल्स में ऐंठन और दर्द की वजह
जहरीली हवा और कम एक्टिविटी की वजह से लोगों में मसल्स की दिक्कतें भी बढ़ रही हैं। पानी की कमी, ब्लड सप्लाई कम होना, पोषक तत्वों की कमी, सोडियम, मैग्नीशियम और पोटेशियम की कमी से मसल्स अकड़ने लगते हैं। लो बीपी और नसों पर दबाव पड़ने से भी मसल्स कमजोर पड़ते हैं। ब्लड फ्लो रुकने से शरीर को सही ऊर्जा नहीं मिल पाती और चलने-फिरने में दर्द होता है।
कैसे करें शरीर को स्ट्रॉन्ग: एक्सरसाइज और आयुर्वेद का सहारा
विशेषज्ञों के अनुसार, इस समय फेफड़ों और मसल्स को स्ट्रॉन्ग रखना सबसे जरूरी है। रोज 30 मिनट प्राणायाम और योग करने से फेफड़े सक्रिय रहते हैं और शरीर में ऑक्सीजन का प्रवाह बेहतर होता है। कोर मजबूत करने के लिए सरल सिट-अप करें—मैट पर लेटकर घुटने मोड़ें, हाथ चेस्ट पर रखें और सिर-कंधे उठाएं। एक मिनट में जितने कर लें, वही आपका 'कोर स्कोर' है।
इसके अलावा विटामिन D वाला भोजन, 4-5 लीटर पानी, आंवला, गिलोय, अश्वगंधा, गुग्गुल, गोखरू और पुनर्नवा शरीर की ताकत बढ़ाने में मदद करते हैं।