कैसे होता है डेंगू, क्या है इसके लक्षण,
कैसे करें बचाव
1 months ago Written By: ANJALI
बरसात के मौसम में डेंगू के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं। यह मच्छरों से फैलने वाला वायरल संक्रमण है, जिसे हल्के बुखार की तरह नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, हर साल लाखों लोग डेंगू से प्रभावित होते हैं और इनमें से अधिकतर मामले एशियाई देशों में पाए जाते हैं।
कैसे फैलता है डेंगू ?
डेंगू का वायरस एडीज इजिप्टी मच्छर के काटने से फैलता है। यह मच्छर साफ पानी में पनपता है और दिन के समय ज्यादा सक्रिय रहता है। कूलर, गमले, पुराने टायर या खुले बर्तनों में जमा पानी इसके प्रजनन स्थल बन जाते हैं। शहरी इलाकों में गंदगी और लगातार बारिश इस बीमारी के खतरे को और बढ़ा देती है।
किसे है ज्यादा खतरा?
बच्चे, बुजुर्ग, गर्भवती महिलाएं और पहले से गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोग डेंगू संक्रमण के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं। इनकी इम्यूनिटी कमजोर होने की वजह से बीमारी तेजी से गंभीर रूप ले सकती है।
कब दिखते हैं डेंगू के लक्षण ?
विशेषज्ञों के अनुसार, डेंगू के लक्षण मच्छर के काटने के 4 से 10 दिन बाद नजर आने लगते हैं। शुरुआती चरण में हल्का बुखार या थकान महसूस होती है, जिसे लोग सामान्य वायरल समझकर अनदेखा कर देते हैं। ये है लक्षण
अचानक तेज बुखार
सिरदर्द और आंखों के पीछे दर्द
मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द (इसी कारण इसे ब्रेक बोन फीवर कहा जाता है)
भूख कम लगना, मतली और उल्टी
शरीर पर लाल चकत्ते
मसूड़ों या नाक से खून आना (गंभीर स्थिति का संकेत)
सबसे बड़ी चिंता प्लेटलेट्स की संख्या कम होने की होती है। अगर समय पर इलाज न मिले तो यह डेंगू हेमोरेजिक फीवर या डेंगू शॉक सिंड्रोम में बदल सकता है, जो जानलेवा साबित होता है।
डेंगू से बचाव के उपाय
घर और आसपास पानी जमा न होने दें।
कूलर, गमले और टंकी को नियमित साफ करें।
बच्चों को फुल-स्लीव कपड़े पहनाएं।
मच्छरदानी और रिपेलेंट का इस्तेमाल करें।
खिड़कियों व दरवाजों पर जाली लगाएं।
बारिश के मौसम में अतिरिक्त सावधानी रखें।
बुखार की स्थिति में खुद से दवा न लें, तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।