Smoking Effects on Lips: क्या सच में सिगरेट काले कर देती है होंठ…
डॉक्टर ने खोला बड़ा राज़
2 days ago Written By: News Desk
Smoking Effects on Lips: सिगरेट पीने से कैंसर, दिल की बीमारियां और कई तरह के स्वास्थ्य जोखिम बढ़ जाते हैं, इसके बावजूद बहुत से लोग इस आदत को छोड़ नहीं पाते। लेकिन क्या आप जानते हैं कि स्मोकिंग हमारे होंठों को भी काला बना सकती है? यह सवाल आमतौर पर लोगों के मन में रहता है कि क्या लगातार सिगरेट पीने से होंठ डार्क होने लगते हैं। इसकी वजह क्या है और क्या यह वास्तव में स्मोकिंग का असर है? इस आर्टिकल में हम आपको एक्सपर्ट की जानकारी के आधार पर बताएंगे कि निकोटिन शरीर और होंठों पर कैसे असर डालता है, होंठ काले क्यों पड़ते हैं और कैसे आप अपनी स्किन को रिपेयर कर सकते हैं।
क्यों होते हैं स्मोकिंग से होंठ काले, एक्सपर्ट ने बताया कारण मैक्स हॉस्पिटल की सीनियर कंसल्टेंट और डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. मंजू खेसारी के अनुसार, स्मोकिंग करने से होंठ काले पड़ना बिल्कुल संभव है। उन्होंने बताया कि सिगरेट में मौजूद निकोटिन होंठों की स्किन में जमा हो जाता है, जिससे पिगमेंटेशन बढ़ता है। चेन स्मोकिंग से स्किन पर ज्यादा हीट पैदा होती है, जो डार्कनेस को और बढ़ा देती है। इसके अलावा स्मोकिंग से निकलने वाली कार्बन मोनोऑक्साइड ब्लड फ्लो और ऑक्सीजन सप्लाई को कम कर देती है। इसका असर होंठों पर दिखने लगता है और वे डार्क दिखने लगते हैं। डॉ. मंजू के अनुसार, लगातार स्मोकिंग से होंठ ड्राई होने लगते हैं और अगर इंफ्लामेशन कम न किया जाए तो पिगमेंटेशन और बढ़ जाता है।
धूप में जाने से बढ़ता है खतरा एक्सपर्ट का कहना है कि निकोटिन त्वचा के प्राकृतिक डिफेंस सिस्टम को कमजोर कर देता है। ऐसे में जब स्मोकर्स धूप में जाते हैं, तो स्किन में मेलानिन का ओवर-प्रोडक्शन होता है, जिससे डार्कनेस और बढ़ जाती है। होंठों पर क्रिएटिन बिल्डअप की वजह से स्किन रफ भी हो सकती है।
कैसे करें होंठों की स्किन रिपेयर
डॉ. मंजू के अनुसार, बाहर जाते समय SPF वाला लिप बाम लगाएं। स्किन को नेचुरली हाइड्रेट रखने के लिए पानी पर्याप्त मात्रा में पिएं। नारियल पानी और फलों का सेवन बढ़ाएं। विटामिन C जैसे संतरा और अमरूद त्वचा को ग्लोइंग बनाने में मदद करते हैं। एंटीऑक्सीडेंट्स का सेवन स्किन की हेल्थ को सुधार सकता है।
कैसे बनाएं सिगरेट से दूरी पहले दिन में सिगरेट कम करने की कोशिश करें। अपनी फैमिली या इमोशनल कनेक्शन को याद करके खुद को कंट्रोल करें। ऐसी संगत से दूर रहें जहां बार-बार सिगरेट पीने का मन हो। डॉक्टर की सलाह से निकोटिन कम करने वाली दवाएं शुरू कर सकते हैं। खुद को बिजी रखें और पसंदीदा कामों में समय लगाएं।