बदलते ट्रेंड के साथ लोगों को खूब भा रहे है टोट बैग,
पर्यावरण के लिहाज से भी है फायदेमंद
1 months ago
Written By: ANJALI
आजकल बदलती लाइफस्टाइल और पर्यावरण के प्रति बढ़ती जागरूकता ने लोगों की पसंद को भी बदल दिया है। खासकर युवा पीढ़ी अब ऐसे प्रोडक्ट्स का चुनाव कर रही है जो न केवल टिकाऊ हों बल्कि पर्यावरण को नुकसान भी न पहुंचाएं। इसी सोच का नतीजा है टोट बैग्स की बढ़ती लोकप्रियता।
क्या है टोट बैग?
‘टोट’ शब्द अमेरिकी भाषा से लिया गया है, जिसका अर्थ है “हाथ में उठाकर ले जाना।” टोट बैग्स पारंपरिक रूप से कैनवास से बनाए जाते थे। इनकी खासियत यह है कि ये बेहद टिकाऊ और मजबूत होते हैं। इन बैग्स में लैपटॉप से लेकर रोज़मर्रा का सामान आसानी से रखा जा सकता है।
बदलते ट्रेंड के साथ नया रूप
पहले टोट बैग्स साधारण और झोले जैसे दिखते थे, लेकिन अब इनका रूप और स्टाइल पूरी तरह बदल चुका है। आज मार्केट में बड़े साइज और अलग-अलग डिज़ाइन के टोट बैग्स उपलब्ध हैं। ये लेदर, जूट, क्रोसिया और कॉटन से बने मिलते हैं। कहीं चेक पैटर्न तो कहीं सॉलिड लेदर लुक – हर डिज़ाइन का अपना अलग आकर्षण है।
क्यों पसंद आ रहे हैं टोट बैग्स?
इको-फ्रेंडली विकल्प – प्लास्टिक बैग्स की तुलना में ये पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचाते।
फैशन और स्टाइल – कॉलेज, ऑफिस, पार्टी या त्योहार – हर जगह ये ट्रेंडी लगते हैं।
टिकाऊपन – इनमें एक साथ ज्यादा सामान रखा जा सकता है।
साधारण और सॉलिड रंग – आज की युवा पीढ़ी मिनिमल और क्लासी लुक पसंद कर रही है।
युवाओं की पसंद – मिनिमल और सिंपल
आज की जेनरेशन ज्यादा रंगीन बैग्स से दूर होकर साधारण और सॉलिड रंगों जैसे बेज, ब्राउन और ब्लैक को चुन रही है। आईटी प्रोफेशनल्स का कहना है कि टोट बैग्स उनकी मिनिमलिस्ट सोच के साथ पूरी तरह मेल खाते हैं। एक ही बैग ऑफिस और पर्सनल दोनों कामों के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
कीमत और उपलब्धता
मार्केट में टोट बैग्स की कीमत लगभग 200 रुपये से लेकर 2000 रुपये तक होती है। यानी ये हर बजट में फिट हो जाते हैं। टोट बैग्स अब केवल सामान रखने का साधन नहीं, बल्कि एक फैशन स्टेटमेंट बन गए हैं। ये न सिर्फ स्टाइल और सुविधा का परफेक्ट कॉम्बिनेशन हैं बल्कि पर्यावरण की सुरक्षा में भी योगदान देते हैं।