बीपी, शुगर और कोलेस्ट्रॉल का दुश्मन है ग्रीन टी,
जानिए कैसे इन बीमारियों को करता है कंट्रोल
10 days ago
Written By: Health Desk
नई दिल्ली: मधुमेह (डायबिटीज) आज एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या बन चुकी है, जो उम्र की सीमाएं तोड़ चुकी है। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी इसका शिकार पाए जा रहे हैं। इसे कंट्रोल करने के लिए दवाओं के साथ-साथ लाइफस्टाइल और खानपान में बदलाव करना भी बेहद जरूरी हो गया है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक, डायबिटीज को कंट्रोल में रखने के लिए ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए जिनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स 55 से कम हो। इन चीजों के खाने से तेजी से शुगर बढ़ने का खतरा नहीं रहता है, और इसी कड़ी में ग्रीन-टी का नाम भी तेजी से सामने आया है, जो न सिर्फ एक हेल्दी ड्रिंक है बल्कि ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में भी मददगार साबित हो सकता है।
ग्रीन-टी के एंटीऑक्सीडेंट्स और इंसुलिन पर असर…
ग्रीन टी पीने से न सिर्फ ताजगी मिलती है बल्कि ग्रीन-टी में कैटेचिन नामक एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है जो इंसुलिन की संवेदनशीलता को बढ़ाता है। यह शरीर की कोशिकाओं को ग्लूकोज अवशोषित करने में मदद करता है, जिससे ब्लड शुगर का स्तर संतुलित रहता है।
डायबिटीज को रोकने में कारगर ग्रीन-टी…
शोध से पता चलता है कि मेडिटेरेनियन डाइट प्लान के हिस्से के रूप में ग्रीन-टी को शामिल करना टाइप-2 डायबिटीज को रोकने में सहायक हो सकता है। जिन लोगों ने नियमित रूप से इसके सेवन की आदत बनाई उनमें टाइप-2 डायबिटीज विकसित होने का जोखिम 19% तक कम हो सकता है। इसका नियमित तरीके से सेवन करने पर उपवास के दौरान ब्लड शुगर का स्तर कम होता है जिससे डायबिटीज के कारण होने वाली अन्य समस्याओं जैसे आंखों की दिक्कत, हार्ट की समस्या और तंत्रिकाओं की दिक्कतों से बचा जा सकता है। मधुमेह प्रबंधन में वजन को नियंत्रित रखने की भी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। ग्रीन-टी मेटाबॉलिज्म को बढ़ाकर वेट लॉस करने में भी आपके लिए सहायक है।
कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर के लिए भी फायदेमंद ग्रीन टी…
डायबिटीज के मरीजों में हृदय संबंधी रोगों का खतरा भी अधिक होता है। लेकिन रिसर्चों में पाया गया है कि ग्रीन-टी का सेवन कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने और ब्लड प्रेशर को संतुलित करने में भी मदद करता है। शोध बताते हैं कि यह बैड कोलेस्ट्रॉल (एलडीएल) को कम करके गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में भी मददगार ड्रिंक है, जिससे हृदय रोगों का खतरा कम होता है। एक स्टडी के मुताबिक, ग्रीन-टी पीने से हृदय रोग के जोखिम को 31% तक कम किया जा सकता है। हालांकि, ग्रीन-टी से हृदय स्वास्थ्य को होने वाले फायदों को जानने के लिए अभी और नैदानिक परीक्षणों की आवश्यकता है।
Disclaimer: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है और इसका उद्देश्य किसी चिकित्सा सलाह को प्रतिस्थापित करना नहीं है। डायबिटीज या किसी अन्य स्वास्थ्य समस्या से जुड़ी कोई भी नई चीज़ अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लें। ग्रीन-टी एक सहायक उपाय हो सकता है, लेकिन इसका सेवन सीमित मात्रा में और चिकित्सकीय सलाह के अनुसार ही करें।