बचपन से बढ़ता दिल का खतरा: हर तीसरा बच्चा 'Silent Heart Risk' से जूझ रहा,
जानिए योग और घरेलू उपायों से कैसे बचाएं नन्हा दिल
2 months ago Written By: Aniket Prajapati
आज की भागदौड़ और डिजिटल दुनिया ने बच्चों का बचपन ही नहीं, उनकी सेहत भी छीन ली है। हालात इतने गंभीर हो चुके हैं कि हर तीन में से एक बच्चा अब दिल की बीमारी का खतरा अपने सीने में लिए घूम रहा है। सिर्फ 5 से 9 साल की उम्र में ही बच्चों के खून में फैट्स की मात्रा तेजी से बढ़ रही है। डॉक्टरों का कहना है कि अब बच्चे हाई ट्राइग्लिसराइड के शिकार हो रहे हैं,और यही फैट भविष्य में हार्ट अटैक का सबसे बड़ा कारण बन सकता है।
शहरी बच्चों में 40% तक लिपिड डिसऑर्डर दिल्ली की हालिया रिपोर्ट बताती है कि 10% टीनएजर्स हाई ब्लड प्रेशर लिए घूम रहे हैं। वहीं, CMR की एक स्टडी में खुलासा हुआ है कि शहरी इलाकों के 40% बच्चों में लिपिड डिसऑर्डर पाया जा रहा है। यानी बच्चों के खून में खराब फैट्स (LDL) बढ़ रहे हैं, जो नसों को सख्त कर देते हैं। यही वजह है कि WHO ने इसे ‘Silent Epidemic’ करार दिया है। अगर अभी सावधानी नहीं बरती गई तो अगली पीढ़ी को हार्ट और बीपी जैसी बीमारियां बहुत कम उम्र में ही घेर लेंगी।
वजहें — फास्ट फूड, सॉफ्ट ड्रिंक और स्क्रीन टाइम आज के बच्चों की दिनचर्या में पौष्टिक भोजन और खेलकूद की जगह प्रोसेस्ड फूड, सॉफ्ट ड्रिंक और घंटों का स्क्रीन टाइम ले चुका है। यही वजह है कि उनके शरीर में फैट बढ़ रहा है और खून में ट्राइग्लिसराइड की मात्रा सामान्य से कई गुना ज्यादा हो रही है। विशेषज्ञों के अनुसार, अगर बचपन में ही ये लेवल बढ़ जाए, तो 20-25 की उम्र तक हार्ट अटैक का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।
हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण पहचानिए बढ़े हुए ब्लड प्रेशर के संकेत कई बार नजरअंदाज हो जाते हैं। सिरदर्द, छाती में दर्द, सांस लेने में तकलीफ, घबराहट, चिड़चिड़ापन, चक्कर आना और नसों में झुनझुनी जैसे लक्षण हाई बीपी के संकेत हैं। सामान्य ब्लड प्रेशर 120/80 होता है, जबकि 140/90 से ऊपर हाई बीपी माना जाता है।
किन वजहों से बढ़ता है हाइपरटेंशन हाइपरटेंशन बढ़ने की सबसे बड़ी वजह गलत जीवनशैली है। जंक फूड, स्मोकिंग, अल्कोहल, स्ट्रेस और वर्कआउट की कमी बीपी और हार्ट डिजीज के लिए ज़िम्मेदार हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि अब वक्त आ गया है जब माता-पिता को बच्चों की डाइट और दिनचर्या पर सख्ती से ध्यान देना चाहिए।
हाई ब्लड प्रेशर के खतरे हाई बीपी सिर्फ दिल के लिए नहीं, बल्कि शरीर के हर अंग के लिए खतरा है। इससे रेटिना डैमेज, नजर कमजोर होना, स्ट्रोक का खतरा, हार्ट फेलियर और किडनी डैमेज जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। अगर इसे नियंत्रित नहीं किया गया, तो यह भविष्य में घातक साबित हो सकता है।
कैसे करें कंट्रोल बीपी को कंट्रोल करने का सबसे सरल उपाय है, लाइफस्टाइल में बदलाव। वजन नियंत्रित रखें, ज्यादा पानी पिएं, नमक कम करें, रोजाना 30 मिनट वॉक करें, स्ट्रेस से दूर रहें और पर्याप्त नींद लें। योग गुरु बाबा रामदेव के अनुसार, हाई बीपी होने पर शीर्षासन, सर्वांगासन और पावर योग से बचना चाहिए, जबकि अनुलोम-विलोम, भ्रामरी और कपालभाति जैसे प्राणायाम बेहद फायदेमंद हैं।
हेल्दी हार्ट के लिए घरेलू नुस्खे दिल को स्वस्थ रखने के लिए अर्जुन की छाल, तुलसी और दालचीनी का काढ़ा बेहद उपयोगी माना जाता है। एक चम्मच अर्जुन की छाल, 2 ग्राम दालचीनी और 5 पत्ते तुलसी को पानी में उबालें और रोज सुबह पिएं। यह काढ़ा दिल को मजबूत बनाता है और बीपी को संतुलित रखता है।