सर्दियों में क्यों बढ़ जाता है मक्के की रोटी का चलन?
जानिए इसके बड़े सेहत फायदे
1 months ago Written By: अनिकेत प्रजापति
सर्दियों के मौसम में लोग तरह-तरह की डिशेज बनाना पसंद करते हैं। इनमें मक्के की रोटी सबसे लोकप्रिय है, जो स्वाद और सेहत दोनों के लिए बेहतरीन मानी जाती है। पंजाब और उत्तर भारत के कई हिस्सों में मक्के की रोटी और सरसों का साग सर्दी का पारंपरिक भोजन है। मक्का पोषक तत्वों से भरपूर अनाज है, जिसमें विटामिन A, B, E के साथ आयरन, कॉपर, जिंक, मैग्नीज़, सेलेनियम और पोटेशियम जैसे मिनरल पाए जाते हैं। इनकी वजह से मक्के की रोटी न सिर्फ स्वाद बढ़ाती है बल्कि शरीर को कई महत्वपूर्ण फायदे भी देती है।
कब्ज से राहत देती है मक्के की रोटी मक्के की रोटी पचने में बहुत हल्की होती है। इसमें मौजूद फाइबर पाचन क्रिया को सुधारता है और कब्ज की समस्या को कम करता है। जिन लोगों को पेट साफ न होने, भारीपन, अपच या एसिडिटी की दिक्कत रहती है, उनके लिए मक्के की रोटी एक प्राकृतिक और असरदार विकल्प है। नियमित सेवन से पेट हल्का रहता है और पाचन तंत्र बेहतर काम करता है।
हार्ट हेल्थ के लिए फायदेमंद मक्के की रोटी में प्राकृतिक रूप से ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है, जो दिल को स्वस्थ रखता है। यह ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करता है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा कम हो सकता है। यह खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करने में सहायक है, जिससे हृदय संबंधी बीमारियों का जोखिम और घट जाता है।
वजन कम करने में मददगार वजन घटाने वालों के लिए मक्के की रोटी एक बेहतरीन विकल्प है। यह पेट को लंबे समय तक भरा रखती है और ओवरईटिंग से रोकती है। इसमें मौजूद फाइबर और धीमी गति से पचने वाले पोषक तत्व शरीर को पर्याप्त ऊर्जा देते हैं और भूख को नियंत्रित करते हैं, जिससे कैलोरी का सेवन कम होता है और वजन कम करने में आसानी होती है।
ऊर्जा का अच्छा स्रोत मक्के की रोटी कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट से बनी होती है, जो धीरे-धीरे पचते हैं और शरीर को लंबे समय तक ऊर्जा देते हैं। सर्दियों में जब शरीर को ज्यादा गर्मी और ताकत की जरूरत होती है, तब यह रोटी थकान और कमजोरी दूर करने में मदद करती है।