“कब्ज से मिलेगी राहत: गुनगुना पानी,
जीरा-नमक और त्रिफला कैसे सुधारते हैं गट हेल्थ”
4 days ago Written By: Aniket Prajapati
गट हेल्थ यानी पाचन तंत्र की देखभाल अब सेहतमंद रहने की प्राथमिक चेतावनी बन चुकी है। विशेषज्ञों का कहना है कि खराब गट हेल्थ से कई बीमारियाँ और रोज़मर्रा की परेशानियाँ, जैसे कब्ज यानी कॉन्स्टिपेशन, जन्म ले सकती हैं। सुबह पेट ठीक से साफ न होना, भारीपन या गैस जैसी समस्याएँ आम हैं, लेकिन कुछ आसान घरेलू उपाय अपनाकर इनसे निजात पाई जा सकती है। रिपोर्ट में हम उन्हीं असरदार तरीकों की जानकारी दे रहे हैं जिन्हें सामान्य जीवन शैली में शामिल कर आप कब्ज की समस्या को दूर कर सकते हैं — सरल, सस्ता और सुरक्षित तरीके जो हर किसी के लिए उपयोगी हैं।
गुनगुना पानी — सुबह की सरल आदत
सुबह उठते ही एक गिलास गुनगुना पानी पीना एक असरदार और आसान तरीका है। इसे रोज़ाना सिर्फ एक हफ्ते तक अपनाकर आप पेट की सफाई में फर्क महसूस कर सकते हैं। गुनगुना पानी पाचन तंत्र को सक्रिय करता है और शरीर के विषाक्त तत्वों को बाहर निकालने में मदद करता है। मॉर्निंग रूटीन में यह आदत गट हेल्थ सुधारने के साथ-साथ डिटॉक्सिफिकेशन का कार्य भी करती है।
दादी-नानी के घरेलू नुस्खे — जीरा और काला नमक
पारंपरिक उपायों में जीरा और काला नमक का मिश्रण भी काफी प्रसिद्ध है। खाने के बाद थोड़ा जीरा पाउडर और काला नमक मिलाकर उसे गुनगुने पानी के साथ लेना पेट संबंधी परेशानियों में आराम देता है। यह नुस्खा गैस, भारीपन और कब्ज में राहत पहुँचाने के लिए लंबे समय से उपयोग में आ रहा है और अक्सर यह त्वरित असर दिखाता है।
त्रिफला चूर्ण — साप्ताहिक सेवन से लाभ
कब्ज की समस्या में त्रिफला चूर्ण एक कारगर आयुर्वेदिक उपाय माना जाता है। हफ्ते में एक बार एक चम्मच त्रिफला चूर्ण को सुबह हल्का गर्म पानी या दूध के साथ लेने से गट हेल्थ पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। त्रिफला में मौजूद पौष्टिक तत्व पाचन को सुदृढ़ करते हैं और आंतों की कार्यक्षमता में सुधार लाते हैं।
उपयोग में सतर्कता और संतुलन जरूरी
इन उपायों को अपनाते समय मात्रा और तरीके का ध्यान रखना आवश्यक है। अत्यधिक प्रयोग से असर उल्टा भी हो सकता है, इसलिए सीमित और नियमित सेवन ही बेहतर रहता है। यदि समस्या लंबे समय तक बनी रहे या तीव्र लक्षण दिखें तो डॉक्टर या आयुर्वेद विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लें। सरल दिनचर्या और सही आदतें अपनाकर कब्ज से छुटकारा पाना संभव है — बस नियम में अनुशासन रखें।