पीरियड्स के दौरान क्यों होता है लड़कियों का बीपी लो,
जानें क्या है इसका मुख्य कारण
1 months ago Written By: ANJALI
पीरियड्स के दौरान कुछ महिलाओं को हेवी ब्लीडिंग का सामना करना पड़ता है। इस दौरान शरीर से सिर्फ खून ही नहीं निकलता, बल्कि आवश्यक फ्लूड्स और मिनरल्स भी कम हो जाते हैं। आयरन और अन्य पोषक तत्वों की कमी से शरीर में ऑक्सीजन सप्लाई प्रभावित होती है और ब्लड प्रेशर गिरने लगता है। यही वजह है कि कई महिलाओं को इस समय चक्कर आना, कमजोरी और थकान जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
हार्मोनल बदलाव
महिलाओं के शरीर में पीरियड्स के दौरान कई हार्मोनल बदलाव होते हैं। खासकर एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन का स्तर लगातार बदलता रहता है। हार्मोन का यह असंतुलन सीधे ब्लड वेसल्स और सर्कुलेशन को प्रभावित करता है, जिससे कुछ महिलाओं का ब्लड प्रेशर सामान्य से नीचे चला जाता है।
डिहाइड्रेशन का प्रभाव
पीरियड्स के समय यदि दर्द असहनीय हो या हेवी ब्लीडिंग हो, तो शरीर में पानी की कमी हो सकती है। यह डिहाइड्रेशन ब्लड वॉल्यूम को कम कर देता है और ब्लड प्रेशर गिराने में योगदान देता है। इसलिए पीरियड्स के दौरान पर्याप्त पानी और फ्लूड्स का सेवन बहुत जरूरी है।
पेनकिलर का अधिक सेवन
पीरियड्स के दर्द को कम करने के लिए कई महिलाएं अधिक पेनकिलर लेती हैं। यह दर्द असहनीय हो सकता है और रोजमर्रा के कामों में भी परेशानी आती है। पेनकिलर एक हद तक ठीक होते हैं, लेकिन बार-बार या अधिक मात्रा में लेने से ब्लड प्रेशर कम हो सकता है।
किन महिलाओं को ज्यादा खतरा होता है
लो ब्लड प्रेशर का खतरा उन महिलाओं में अधिक होता है जिन्हें पहले से एनीमिया है, जो बहुत ज्यादा ब्लीडिंग झेलती हैं, जिनका शरीर जल्दी डिहाइड्रेट हो जाता है या जिनका वजन कम और शरीर कमजोर है। इन महिलाओं को पीरियड्स के दौरान अधिक सावधानी बरतने की जरूरत होती है।
बचाव के उपाय
पीरियड्स के दौरान लो ब्लड प्रेशर से बचने के लिए महिलाओं को गुगुना पानी, नारियल पानी और नींबू पानी जैसे फ्लूड्स का सेवन बढ़ाना चाहिए। साथ ही आयरन और विटामिन C से भरपूर भोजन लेना जरूरी है ताकि खून की कमी न हो। बहुत अधिक ब्लीडिंग या बार-बार चक्कर आने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। दर्द होने पर गर्म पानी की सिकाई और पर्याप्त आराम भी मदद करता है।