बार-बार गर्भपात होने पर न घबराएं,
जानिए डॉक्टर ने क्या बताया इलाज और बचाव के तरीके
1 months ago Written By: ANIKET PRAJAPATI
हर महिला के लिए मां बनना जीवन का सबसे बड़ा सौभाग्य होता है, लेकिन जब किसी वजह से यह सपना अधूरा रह जाता है, तो यह बहुत पीड़ा देता है। खासकर तब, जब बार-बार प्रेग्नेंसी के बाद भी गर्भपात यानी मिसकैरेज हो जाए। इससे न केवल शारीरिक कमजोरी आती है बल्कि महिला मानसिक और भावनात्मक रूप से भी टूट जाती है। कई बार यह सदमा इतना गहरा होता है कि महिलाएं डिप्रेशन तक की शिकार हो जाती हैं। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि यह समस्या स्थायी नहीं है और सही इलाज से इससे बाहर निकला जा सकता है।
आयुर्वेदिक इलाज से संभव है समाधान स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. चंचल शर्मा के अनुसार, बार-बार गर्भपात होना किसी महिला की खुशियों का अंत नहीं है। घबराने के बजाय धैर्य रखना जरूरी है। आयुर्वेद में ऐसे कई उपचार बताए गए हैं जो हॉर्मोन्स को संतुलित कर शरीर के अंदर मौजूद विषैले पदार्थों को बाहर निकालते हैं। इससे गर्भाशय को मजबूती मिलती है और स्वस्थ गर्भधारण की संभावना बढ़ती है।
गर्भपात के प्रमुख कारण क्या हैं मिसकैरेज के कई कारण हो सकते हैं और हर महिला के लिए यह अलग-अलग होते हैं। इसलिए किसी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले डॉक्टर की सलाह और सभी जरूरी जांच कराना जरूरी है। अक्सर यह समस्या असंतुलित इंसुलिन लेवल, प्रोजेस्टेरोन की कमी या थायरॉइड जैसी हॉर्मोनल गड़बड़ियों के कारण होती है। अगर किसी महिला को डायबिटीज या थायरॉइड है, तो नियमित जांच कराना बेहद जरूरी है, क्योंकि इससे गर्भपात का खतरा बढ़ जाता है।
गर्भाशय की सेहत पर भी रखें ध्यान हेल्दी प्रेग्नेंसी के लिए गर्भाशय का स्वस्थ होना जरूरी है। अगर उसमें कोई इन्फेक्शन, फाइब्रॉइड या पोलिप्स हैं, तो बार-बार गर्भपात हो सकता है। इसलिए समय-समय पर अल्ट्रासाउंड जांच करवाना जरूरी है। कई मामलों में मिसकैरेज के पीछे आनुवांशिक कारण भी पाए जाते हैं, इसलिए डॉक्टर इसकी भी जांच की सलाह देते हैं।
संतुलित आहार और सकारात्मक सोच है जरूरी डॉ. शर्मा के अनुसार, भावनात्मक स्थिरता, मानसिक शांति और पौष्टिक भोजन गर्भधारण में बड़ी भूमिका निभाते हैं। महिलाओं को अपनी डाइट में कैल्शियम, आयरन और फॉलिक एसिड से भरपूर चीजें शामिल करनी चाहिए। इस दौरान स्ट्रेस से बचना, जल्दी सोना और सिगरेट, शराब जैसी नशीली चीजों से दूर रहना जरूरी है। सही सलाह और इलाज से बार-बार मिसकैरेज होने के बाद भी एक हेल्दी प्रेग्नेंसी पाना संभव है।