महिलाएं ध्यान दें...हेल्दी लाइफ के लिए अपनाएं ये 5 हैबिट्स,
बस एक टेस्ट से जानें बाल झड़ने या स्ट्रेस की वजह
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
5 Essential Health: आज के दौर में महिलाओं को स्वास्थ्य रहने के लिए सिर्फ़ अस्थायी उपाय ही काफ़ी नहीं हैं। शरीर की प्राकृतिक प्रणालियों और ऊर्जा को समझकर ही आप लंबे समय तक स्वस्थ रह सकती हैं। महिलाओं को अपने शरीर से जुड़ने की जरूरत है, न कि उसे नियंत्रित करने की।ये पांच महत्वपूर्ण बदलावों हैं जिसे आप कर सकते हैं। जिन्हें हर महिला को अपनी सेहत सुधारने के लिए अपनाना चाहिए।
1. मासिक चक्र के अनुसार शारीरिक गतिविधियां अपनाएं
महिलाओं का मासिक चक्र उनके शरीर में विभिन्न बदलाव लाता है। विशेषज्ञ के अनुसार, हर चरण में शरीर की ऊर्जा और ताकत अलग होती है। मासिक धर्म के दौरान हलके योगासन जैसे चाइल्ड पोज़ और कैट-कोव करें। इससे शरीर को आराम मिलेगा और मानसिक शांति भी मिलेगी। फलिक्युलर चरण में शरीर में ऊर्जा बढ़ती है, इस दौरान सूर्य नमस्कार या ज्यादा सक्रिय योग करें। अंडोत्सर्ग (ओवुलेटरी) चरण में ताकत अधिक होती है तो वॉरियर-2, पिघन या प्लैंक पोज़ अच्छे रहेंगे। ल्यूटियल चरण में आराम देने वाले आसन जैसे लेग्स अप द वॉल और सपोर्टेड ब्रिज पोज़ करें।
2. हार्मोन संतुलन बनाए रखें
आपका आहार, सोने का समय और शारीरिक गतिविधियां हार्मोनल संतुलन में मदद करती हैं। समय पर भोजन करें सही तरीके से सोएं, रोज़ाना थोड़ा व्यायाम करें और तनाव को नियंत्रित करें। ज्यादा चीनी से बचें क्योंकि यह इंसुलिन को प्रभावित करता है और हार्मोनल असंतुलन का कारण बन सकता है। हर भोजन में प्रोटीन और अच्छे वसा के साथ कार्बोहाइड्रेट्स लें।
3. नियमित रक्त परीक्षण कराएं
अगर आप थकी हुई महसूस करती हैं मानसिक तनाव या बाल झड़ने जैसी समस्याओं का सामना कर रही हैं तो यह शरीर में कुछ कमी या असंतुलन का संकेत हो सकता है। साधारण रक्त परीक्षण से आयरन, विटामिन B12, विटामिन D, थाइरॉयड की समस्या और हार्मोनल उतार चढ़ाव का पता चलता है। समय पर इसका पता चलने से समस्या का समाधान करना आसान होता है।
4. आंत की सेहत सुधारें
आंतों का स्वास्थ्य सीधे तौर पर मानसिक और हार्मोनल स्वास्थ्य से जुड़ा होता है। अगर आंतें स्वस्थ नहीं हैं तो पेट में सूजन, मूड स्विंग्स, नींद की समस्या और अन्य समस्याएं हो सकती हैं। प्रोसेस्ड फूड कम करें और फाइबर और किण्वित खाद्य पदार्थ जैसे इडली, डोसा, दही आदि को शामिल करें।
5. सर्केडियन रिदम से तालमेल बैठाएं
हमारे शरीर का एक आंतरिक घड़ी होती है, जिसे सर्केडियन रिदम कहा जाता है। देर रात तक जागना, बेवक्त खाना खाना और स्क्रीन पर बहुत ज़्यादा समय बिताना यह समस्या पैदा कर सकता है। सूर्योदय के समय बाहर जाएँ, सोने से 30-60 मिनट पहले स्क्रीन से दूर रहें और रात का खाना जल्दी खाएं। ये छोटे-छोटे बदलाव महिलाओं के स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं। अपने शरीर की सुनें उसे समझें और उसे प्यार से समर्थन दें।