एक्सरसाइज नहीं करने की आदत बन सकती है खतरनाक,
बढ़ाती है मोटापा, डायबिटीज और हार्ट डिजीज का खतरा
1 months ago
Written By: Aniket Prajapati
आज की व्यस्त जीवनशैली में लोग घंटों तक ऑफिस या घर पर बैठे रहते हैं और सोचते हैं कि एक्सरसाइज सिर्फ उन्हीं को करनी चाहिए जिनका वजन ज़्यादा है। लेकिन ऐसा नहीं है। अगर आपका वजन सामान्य भी है और आप बिल्कुल भी शारीरिक गतिविधि नहीं करते, तो आपका शरीर धीरे-धीरे कई बीमारियों का घर बन सकता है। लंबे समय तक बैठे रहने की आदत शरीर के लिए धीमी ज़हर की तरह काम करती है, जो मोटापे से लेकर हार्ट डिजीज और डायबिटीज तक का कारण बन सकती है।
मोटापा और मेटाबॉलिज़्म में गिरावट
जब शरीर को नियमित रूप से एक्सरसाइज नहीं मिलती, तो मेटाबॉलिज़्म यानी भोजन पचाने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है। इसके कारण शरीर में एक्स्ट्रा कैलोरी फैट के रूप में जमा होने लगती है और धीरे-धीरे मोटापा बढ़ने लगता है। यही मोटापा आगे चलकर कई गंभीर बीमारियों का कारण बनता है।
हृदय रोग और हाई ब्लड प्रेशर का खतरा
व्यायाम न करने से हृदय की मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं और ब्लड सर्कुलेशन सही नहीं रहता। इससे शरीर में ऑक्सीजन और रक्त का प्रवाह धीमा पड़ जाता है। नियमित व्यायाम हृदय को मजबूत रखता है और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है, जबकि इसकी कमी से हार्ट डिजीज और हाई ब्लड प्रेशर का खतरा बढ़ जाता है।
डायबिटीज और ब्लड शुगर की समस्या
जो लोग वर्कआउट नहीं करते, उनके शरीर में शुगर और फैट टूटने की प्रक्रिया कमजोर हो जाती है। इससे टाइप-2 डायबिटीज का खतरा तेजी से बढ़ता है। नियमित एक्सरसाइज इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ाती है, जिससे शरीर रक्त में शुगर के स्तर को सही बनाए रख पाता है।
हड्डियां, मांसपेशियां और मानसिक स्वास्थ्य पर असर
एक्सरसाइज न करने से मांसपेशियां ढीली और कमजोर हो जाती हैं। हड्डियों में भी मिनरल्स की कमी आने लगती है, जिससे फ्रैक्चर या चोट का खतरा बढ़ जाता है। इतना ही नहीं, शारीरिक निष्क्रियता मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर डालती है। इससे नींद खराब होती है, तनाव और चिंता बढ़ती है, और धीरे-धीरे डिप्रेशन जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।
नियमित एक्सरसाइज से बनेगी जिंदगी हेल्दी
अगर आप रोज़ाना थोड़ा-बहुत भी व्यायाम करते हैं, जैसे तेज़ चलना, योग या स्ट्रेचिंगतो यह आपकी सेहत को लंबे समय तक बेहतर बनाए रख सकता है। इसलिए चाहे वजन ज़्यादा हो या कम, शरीर को एक्टिव रखना ही स्वस्थ जीवन की सबसे पहली शर्त है।