चूहों से भी हो सकता है रेबीज,
चूहे के काटने से क्या हैं खतरे
1 months ago
Written By: ANJALI
भारत और दुनिया में मानव रेबीज़ (Rabies) के ज्यादातर मामले कुत्तों से जुड़े होते हैं। बिल्लियों और बंदरों से भी रेबीज़ संक्रमण हो सकता है। लेकिन अक्सर लोगों के मन में सवाल उठता है—क्या चूहे के काटने से भी रेबीज़ फैल सकता है? इस भ्रम को दूर करने के लिए यहां पूरी जानकारी दी गई है।
क्या चूहे से रेबीज़ फैलता है?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और CDC के अनुसार, चूहे आमतौर पर रेबीज़ वायरस के वाहक नहीं होते। इसका मतलब है कि चूहे के काटने से रेबीज़ होने की संभावना लगभग न के बराबर होती है। लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि चूहे का काटना सुरक्षित है। चूहे कई खतरनाक बैक्टीरिया और संक्रमण फैला सकते हैं।
चूहे के काटने से क्या खतरे हैं?
चूहे की लार और दांतों में मौजूद बैक्टीरिया कई तरह की बीमारियों का कारण बन सकते हैं, जैसे—
रैट-बाइट फीवर (Rat Bite Fever)
टेटनस
अन्य बैक्टीरियल संक्रमण
हेवरहिल फीवर (Haverhill fever) – अगर दूषित भोजन या तरल पदार्थ खा लिया जाए।
लक्षण (Symptoms)
चूहे के काटने के बाद 3 से 10 दिन के भीतर लक्षण दिख सकते हैं, जैसे:
बुखार
घाव में लालिमा और सूजन
गर्माहट और मवाद का रिसाव
जोड़ों में दर्द और सूजन
हाथ-पैर पर लाल चकत्ते (आमतौर पर बुखार शुरू होने के 2-4 दिन बाद)
चूहे के काटने पर कब डॉक्टर से मिलें?
अगर घाव चेहरे या हाथों पर है
घाव में तेज दर्द, सूजन या मवाद आ रहा है
लगातार बुखार या शरीर पर दाने निकल रहे हैं
भले ही घर पर प्राथमिक इलाज कर लिया हो, डॉक्टर से जरूर दिखाएं।
क्या टीका लेना जरूरी है?
रेबीज़ टीका (Anti-Rabies Vaccine): सामान्य परिस्थितियों में चूहे के काटने पर जरूरत नहीं होती।
लेकिन अगर काटने वाला जंगली/वन क्षेत्र का rodent हो, तो डॉक्टर PEP (Post Exposure Prophylaxis) पर विचार कर सकते हैं।
टेटनस टीका (TT Injection): अगर पिछला टीकाकरण 5 साल से ज्यादा पहले हुआ हो, तो डॉक्टर टेटनस इंजेक्शन लेने की सलाह देते हैं।
एंटीबायोटिक दवाएं: संक्रमण रोकने के लिए डॉक्टर जरूरत पड़ने पर दवाएं देते हैं।
चूहे के काटने से रेबीज़ होने का खतरा नहीं के बराबर है, लेकिन यह अन्य गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। इसलिए इसे कभी भी हल्के में न लें। काटने के बाद घाव को तुरंत धोएं, साफ करें और जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करें।