सर्दियों में ‘रेट्रो वॉकिंग’ क्यों है फायदेमंद?
जानिए कैसे उल्टा चलना बन सकता है आपकी हेल्थ का टॉनिक
2 days ago Written By: Aniket Prajapati
सर्दियां आते ही हमारा शरीर सुस्त होने लगता है। सुबह उठना मुश्किल होता है, जोड़ों में दर्द बढ़ जाता है और दिमाग भी भारी महसूस होता है। इस मौसम में डायबिटीज, बीपी, हार्ट और थायराइड मरीजों की परेशानी भी बढ़ जाती है। इसका सबसे बड़ा कारण है – ठंड में फिजिकल एक्टिविटी कम हो जाना। स्वास्थ्य विशेषज्ञ मानते हैं कि सर्दियों में ज्यादा एक्टिव रहना बेहद ज़रूरी है। सुबह 20 से 30 मिनट वॉक करना दिल, दिमाग और लंग्स को मॉर्निंग टॉनिक देता है। इसी के साथ एक खास वॉक आपकी पूरी सर्दी बदल सकती है—वह है रेट्रो वॉकिंग, यानी उल्टा चलना। यह वॉक न सिर्फ कैलोरी तेजी से जलाती है बल्कि घुटनों के दर्द को कम करती है और दिमाग को ज्यादा एक्टिव बनाती है। इसके साथ धूप में वॉक करने से विटामिन-D भी मिलता है, जो सर्दियों में बेहद जरूरी है।
कैसे की जाती है रेट्रो वॉकिंग
रेट्रो वॉकिंग करना काफी आसान है। इसमें आपको सिर्फ पीछे की ओर चलना होता है। इसे रिवर्स वॉक भी कहा जाता है। यह वॉक जोड़ों के दर्द को कम करने, बॉडी फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ाने और बैलेंस सुधारने में मदद करती है। रिसर्च के मुताबिक, सिर्फ 10–15 मिनट की रेट्रो वॉक 30 मिनट की सामान्य वॉक जितने फायदे दे सकती है। दिमाग के लिए भी यह बेहतरीन एक्सरसाइज मानी जाती है क्योंकि पीछे चलते समय दिमाग और मसल्स का तालमेल मजबूत होता है।
रेट्रो वॉकिंग क्यों है खास
जब आप उल्टा चलते हैं तो दिमाग ज्यादा सतर्क रहता है। इससे ब्रेन-मसल कनेक्शन बेहतर होता है, तनाव कम होता है और नींद में भी सुधार आता है। यह ऑस्टियोआर्थराइटिस में राहत देती है और वजन तेजी से घटाने में मदद करती है। पीछे चलते समय शरीर ज्यादा मेहनत करता है, जिससे अधिक कैलोरी बर्न होती है। साथ ही, यह आपकी सोचने-समझने की क्षमता को भी बढ़ाती है।
रेट्रो वॉक करते समय बरतें सावधानी
हालांकि यह वॉक फायदेमंद है, लेकिन कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। डायबिटीज वाले लोग नंगे पैर बिल्कुल न चलें। हार्ट मरीज वॉक से पहले हल्का वॉर्म-अप करें। थायराइड वाले लोग रोज तेज वॉक करें ताकि सुस्ती कम हो। शुरुआत हमेशा धीरे करें और छोटी दूरी तय करें। चलते समय पीछे मुड़कर देखते रहें और ऐसी जगह चुनें जहां कोई बाधा न हो। थोड़ी धूप, थोड़ी वॉक और थोड़ी सावधानी—यही सर्दियों में फिट रहने का सबसे आसान तरीका है। इसके बाद योग करना भी शरीर को मजबूत बनाता है।