शरीर दे रहा संकेत: विटामिन-मिनरल की कमी के ये सामान्य,
लक्षण पहचानें और समय रहते ध्यान दें
1 months ago Written By: Aniket Prajapati
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो हमारे शरीर के कई संकेत यह बताते हैं कि हमें भीतर से क्या कमी है। अगर विटामिन, मिनरल या प्रोटीन की कमी होने लगे तो नाखून, आंखें, बाल, घुटने और चोट-घाव पर पड़ने वाले निशान जैसी छोटी-छोटी बातें भी साफ दिखने लगती हैं। कुछ लक्षण इतने स्पष्ट होते हैं कि बिना टेस्ट कराए भी हमें समझ आ जाता है कि शरीर को पोषण की जरूरत है। नीचे दिए गए बिंदुओं में उन प्रमुख लक्षणों को सरल भाषा में बताया गया है — जाँचें, समझें और जरूरत पड़ने पर डॉक्टर से संपर्क करें।
नाखून टूटना और रंग बदलना — प्रोटीन व आयरन की कमी का संकेत
अगर नाखून जल्दी टूटते हैं, चटक जाते हैं या उनका रंग बदल जाता है और वे ठीक से नहीं बढ़ते, तो यह प्रोटीन और आयरन की कमी का संकेत हो सकता है। ऐसे में आहार में प्रोटीन-समृद्ध चीजें (दाल, अंडे, दूध, पनीर, अंकुरित अनाज) और आयरन-युक्त आहार (पालक, बीट-रूट, मीट) शामिल करें और डॉक्टर से रक्त जाँच करायें।
आंखों की समस्या — मैग्नीशियम की कमी
आंख फड़कना, सूजन या लाल होना अक्सर मैग्नीशियम की कमी से जुड़ा होता है। मैग्नीशियम नसों-तंत्रिका के सही काम में मदद करता है; इसलिए केला, मेथी, अंजीर, नट्स आदि अपने खाने में रखें और नेत्र विशेषज्ञ या सामान्य चिकित्सक से परामर्श लें।
घुटनों से कट-कट आवाज — विटामिन D3 व कैल्शियम की कमी
घुटनों में आवाज आना या जोड़-जोड़ में कमजोरी दिखना विटामिन D3 और कैल्शियम की कमी के कारण हो सकता है। दूध, दही, हरी पत्तेदार सब्जियां और धूप लेने से मदद मिलती है; साथ ही डॉक्टर से विटामिन-D का स्तर जांचवाना सहायक रहेगा।
बालों का समय से पहले सफेद होना — विटामिन B12 तथा कॉपर की कमी
अगर बाल जल्दी सफेद हो रहे हैं तो यह विटामिन B12 की कमी का संकेत हो सकता है। B12 लाल रक्त कोशिकाओं और बालों के फॉलिकल्स तक ऑक्सीजन पहुँचाने में जरूरी है। कॉपर भी मेलानिन उत्पादन में मदद करता है। मांस, अंडा, डेयरी और सूखे मेवे शामिल करना फायदेमंद हो सकता है।
चोट पर जल्दी ही नीला पड़ जाना — विटामिन C या विटामिन K की कमी
हल्की चोट पर ही काट-फूट को नीला निशान बन जाना विटामिन C की कमी की ओर इशारा कर सकता है, क्योंकि विटामिन C कोलेजन बनाने में मदद करता है। साथ ही ब्लड क्लॉटिंग में विटामिन K की भूमिका रहती है; यदि खून निकलने पर रुकने में समस्या है तो डॉक्टर से जाँच कराएं। फल-सब्जियाँ, नींबू, मौसमी फल और हरी सब्जियाँ खाने से लाभ होता है।