युवा महिलाओं में क्यों छिपा रहता है ब्रेस्ट कैंसर?
डॉक्टरों ने बताई बड़ी वजह
1 months ago
Written By: Aniket Prajapati
देश में महिलाओं में होने वाले कैंसरों में ब्रेस्ट कैंसर सबसे आम है। इसकी सबसे बड़ी चुनौती यह है कि कई बार इसके लक्षण देर से दिखाई देते हैं या बिल्कुल भी महसूस नहीं होते। कई महिलाएं सामान्य दिनचर्या में बिल्कुल ठीक महसूस करती हैं, लेकिन उनके शरीर में कैंसर चुपचाप बढ़ रहा होता है। हाल ही में एक्ट्रेस महिला चौधरी ने भी बताया कि उन्हें कोई लक्षण नहीं था और वे सिर्फ अपने नियमित हेल्थ चेकअप के लिए अस्पताल गई थीं, तभी उनका कैंसर पकड़ा गया। डॉक्टरों के अनुसार, जितनी जल्दी कैंसर का पता चलता है, उतना ही बेहतर और तेज इलाज संभव होता है, लेकिन लोग शुरुआती लक्षणों को अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं।
साइलेंट ब्रेस्ट कैंसर: क्यों नहीं दिखते शुरुआती संकेत?
हैदराबाद के एआईजी हॉस्पिटल्स की ब्रेस्ट ऑन्कोप्लास्टिक सर्जन डॉ. प्रज्ञा चिगुरुपति कहती हैं कि ब्रेस्ट कैंसर कई बार बिना किसी साफ लक्षण के बढ़ सकता है। युवा महिलाओं में ब्रेस्ट टिशूज ज्यादा सघन होते हैं, जिससे छोटे ट्यूमर आसानी से छिपे रह जाते हैं। ऐसे मामलों में महिलाएं तब तक बिल्कुल सामान्य महसूस करती रहती हैं जब तक बीमारी गंभीर स्तर पर न पहुंच जाए।
आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. रुचि भंडारी के अनुसार, 70–75% ब्रेस्ट कैंसर मरीजों में कोई पारिवारिक इतिहास नहीं होता। इसका मतलब यह है कि कई महिलाएं यह सोचकर लापरवाही कर देती हैं कि उन्हें खतरा नहीं है, जबकि हकीकत इसके उलट है।
घर पर कैसे करें ब्रेस्ट कैंसर की जांच
- डॉक्टर महिलाओं को सलाह देते हैं कि वे महीने में एक बार घर पर ब्रेस्ट की सेल्फ-एग्जामिनेशन जरूर करें।
- पीरियड्स होने वाली महिलाएं अपने माहवारी के 3–5 दिन बाद यह जांच करें, क्योंकि उस समय ब्रेस्ट कम सेंसिटिव होते हैं।
- मेनोपॉज वाली महिलाएं हर महीने एक तय तारीख पर यह टेस्ट करें।
- जांच के दौरान ब्रेस्ट को दबाकर देखें और किसी भी तरह की गांठ, सूजन, गड्ढा, त्वचा में सिकुड़न, या निप्पल से बदलाव नजर आए तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
- इसके अलावा शीशे के सामने खड़े होकर ब्रेस्ट के आकार और साइज में बदलाव जांचें। हाथ ऊपर उठाकर बगल वाले हिस्से को भी उंगलियों से गोल घुमाते हुए चेक करें। यह जांच खड़े होकर और लेटकर दोनों तरह से करनी चाहिए।
युवा महिलाओं में बढ़ रहा है खतरा—कारण क्या हैं?
- डॉक्टरों के अनुसार, 40 साल से कम उम्र की महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर तेजी से बढ़ रहा है। इसके पीछे कई कारण हैं—
- जीवनशैली में बदलाव, प्रोसेस्ड फूड, कम फिजिकल एक्टिविटी, कम उम्र में शराब और धूम्रपान, मोटापा और शरीर में बढ़ता एस्ट्रोजन स्तर।
- हार्मोनल और प्रजनन संबंधी बदलाव भी इसका बड़ा कारण हैं, जैसे कम उम्र में प्रेगनेंसी, देर से बच्चे पैदा करना, ब्रेस्टफीडिंग न कराना, जल्दी पीरियड्स आना या देर से मेनोपॉज होना।
- जेनेटिक कारणों के अलावा ज्यादा तनाव, प्लास्टिक और कॉस्मेटिक उत्पादों का उपयोग भी जोखिम बढ़ाता है।