बच्चों को गुड़ या चीनी देना कितना सुरक्षित है?
डॉक्टर से जानें सही जानकारी
1 months ago Written By: अनिकेत प्रजापति
बच्चों की सेहत पेरेंट्स के लिए सबसे महत्वपूर्ण होती है। कई बार छोटे बच्चों को स्वाद और ऊर्जा के लिए गुड़ या चीनी दी जाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह कितना सुरक्षित है? डॉक्टर रवि मलिक बताते हैं कि बच्चों की डाइट में गुड़ और चीनी का इस्तेमाल सोच-समझकर ही करना चाहिए। खासकर दो साल से कम उम्र के बच्चों को बिल्कुल भी चीनी या गुड़ नहीं देना चाहिए। दो साल के बाद भी इसकी मात्रा कम रखना जरूरी है।
गुड़ के फायदे और सीमाएं गुड़ में प्राकृतिक शर्करा के साथ आयरन, मैग्नीशियम जैसे मिनरल्स भी होते हैं, जो बच्चों की सेहत के लिए फायदेमंद हैं। चीनी की तुलना में गुड़ थोड़ा बेहतर विकल्प माना जाता है। लेकिन अधिक मात्रा में सेवन से बच्चों को अचानक ऊर्जा मिल सकती है और उसके बाद थकान महसूस हो सकती है। गुड़ खाने से दांतों पर दाग लग सकते हैं और कैविटी का खतरा बढ़ सकता है। इसके अलावा अधिक गुड़ खाने से गैस, कब्ज और पेट दर्द जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं। लंबे समय तक अधिक गुड़ खाने से इंसुलिन सेंसिटिविटी प्रभावित हो सकती है और मधुमेह का खतरा बढ़ सकता है।
चीनी के साइड इफेक्ट्स चीनी में अधिक कैलोरी होती है, जिससे बच्चों का वजन बढ़ सकता है और मोटापे का खतरा रहता है। अधिक चीनी खाने से बच्चों में मूड स्विंग्स और चिड़चिड़ापन आ सकता है। यह दांतों पर चिपक जाती है और सड़न या कैविटी बढ़ा सकती है। लंबे समय तक अधिक चीनी का सेवन हृदय की सेहत के लिए भी हानिकारक हो सकता है, क्योंकि यह खराब कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स बढ़ाता है।
जानकारी का सार डॉक्टरों के अनुसार बच्चों को गुड़ या चीनी देने से पहले उनकी उम्र और मात्रा का ध्यान रखना चाहिए। दो साल से कम उम्र के बच्चों को बिल्कुल नहीं देना चाहिए। दो साल के बाद भी सीमित मात्रा में गुड़ और चीनी ही सुरक्षित है। बच्चों की डाइट में संतुलन बनाए रखना उनकी सेहत और विकास के लिए सबसे जरूरी है।