पैरों और टांगों की सेहत पर ध्यान देना जरूरी,
स्वामी रामदेव ने बताए असरदार योग और घरेलू उपाय
2 months ago Written By: Aniket Prajapati
अक्सर हम हार्ट, लंग्स, लिवर और ब्रेन की सेहत का खूब ख्याल रखते हैं, लेकिन शरीर के सबसे अहम हिस्से पैरों और टांगों को नज़रअंदाज़ कर देते हैं। जबकि चलने, उठने-बैठने और पूरे शरीर का भार उठाने की जिम्मेदारी इन्हीं पर होती है। इसी वजह से आजकल साइटिका, वैरिकोज़ वेन्स, फ्लैट फुट और अंगूठे टेढ़े होने जैसी समस्याएं आम हो गई हैं। खासकर वैरिकोज़ वेन्स में नसों में इतनी जलन और दर्द होता है कि खड़े रहना तक मुश्किल हो जाता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, देश में करीब 30 करोड़ लोग नसों की बीमारियों से जूझ रहे हैं, जबकि 15 लाख से ज़्यादा लोग घुटनों के दर्द से परेशान हैं। साइटिका की परेशानी भले स्पाइन से जुड़ी हो, लेकिन इसका असर सीधे पैरों पर पड़ता है, जिससे चलना तक मुश्किल हो जाता है। इसीलिए आज स्वामी रामदेव ने योगाभ्यास और घरेलू उपायों के ज़रिए पैरों-टांगों को स्वस्थ रखने के कुछ रामबाण नुस्खे बताए हैं।
साइटिका से राहत के उपाय साइटिका के दर्द से छुटकारा पाने के लिए सबसे पहले बैठने और सोने का तरीका सही करें। बैठते समय गर्दन को हमेशा सीधा रखें और नर्म गद्दे की जगह तख्त या सख्त बेड पर सोएं। अपनी डाइट में विटामिन डी और कैल्शियम शामिल करें, क्योंकि ये हड्डियों को मजबूत बनाते हैं। स्मोकिंग और कैफीन का सेवन तुरंत बंद कर दें। दर्द से राहत पाने के लिए गर्म हल्दी वाला दूध या हल्दी-शहद पीएं। इसके अलावा हल्दी और नारियल का पेस्ट बनाकर दर्द वाली जगह पर लगाएं, अदरक की चाय में शहद मिलाकर पीएं और तिल के तेल से पैरों की हल्की मसाज करें।
वैरिकोज़ वेन्स में राहत के उपाय वैरिकोज़ वेन्स की समस्या में एप्पल साइडर विनेगर और जैतून के तेल से हल्की मालिश बहुत फायदेमंद रहती है। नसों पर बर्फ से सिकाई करें, जिससे सूजन और दर्द कम होता है। साथ ही, गिलोय, अश्वगंधा, गुग्गुल, गोखरू और पुनर्नवा जैसी जड़ी-बूटियों का सेवन भी असरदार माना गया है। वैरिकोज़ वेन्स के इलाज में कपिंग थेरेपी, लीच थेरेपी, मिट्टी लेप और रश्मि चिकित्सा भी उपयोगी हैं। दर्द वाली नसों पर अदरक, पिपली और जायफल का पेस्ट लगाना भी राहत देता है।
जोड़ों के दर्द में अपनाएं ये तरीके अगर जोड़ों में दर्द है तो सबसे पहले डाइट पर कंट्रोल करें। प्रोसेस्ड फूड, ग्लूटेन फूड, अल्कोहल और ज्यादा चीनी-नमक का सेवन बंद करें। वजन बढ़ने से जोड़ों पर दबाव बढ़ता है, इसलिए वज़न नियंत्रित रखें और स्मोकिंग से बचें। अपने पॉश्चर पर ध्यान दें। दर्द वाली जगह पर गुनगुने सरसों के तेल से हल्की मालिश करें, गर्म पट्टी बांधें और गुनगुने पानी में सेंधा नमक डालकर सिकाई करें। ये उपाय जोड़ो के दर्द को काफी हद तक कम कर सकते हैं।