नोएडा में पिछले 24 घंटे में 19 नए केस, यूपी में एक्टिव केस हुए 59,
प्रयागराज में 2 साल बाद फिर शुरू होगी कोविड जांच
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Rising COVID-19 Cases in Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस एक बार फिर पैर पसारने लगा है। राज्य में एक्टिव मामलों की संख्या 59 तक पहुंच गई है। सबसे ज्यादा असर नोएडा में देखा जा रहा है, जहां पिछले 24 घंटे में 19 नए मरीज सामने आए हैं। नोएडा में कुल सक्रिय केसों की संख्या अब 43 हो चुकी है। पूरे प्रदेश में अब तक कोरोना के कारण दो लोगों की जान जा चुकी है। बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है और कई जिलों में जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।
मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में ढाई साल बाद कोविड जांच की तैयारी
बता दें कि प्रयागराज में भी कोरोना को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं। मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में करीब ढाई साल बाद फिर से कोरोना के संदिग्ध मरीजों की जांच शुरू की जाएगी। कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग ने आरटी-पीसीआर जांच किट के लिए शासन से मांग की है। प्रयागराज के सीएमओ डॉ. एके तिवारी ने बताया कि फिलहाल केंद्र या राज्य सरकार की तरफ से कोई नई गाइडलाइन नहीं आई है, लेकिन हमने सभी सरकारी अस्पतालों को कोविड वार्ड तैयार रखने के निर्देश दिए हैं।
नोएडा में कोरोना मरीजों का इलाज घर पर ही जारी
नोएडा के जिला निगरानी अधिकारी डॉ. टीकम सिंह ने बताया कि सभी संक्रमित मरीजों का इलाज घर पर ही चल रहा है। निजी अस्पतालों से संक्रमित मरीजों के नमूने जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए मंगवाए गए हैं, जिन्हें दिल्ली या लखनऊ भेजा जाएगा। इससे यह पता चल सकेगा कि वायरस कौन सा वेरिएंट है। सात दिन बाद इन मरीजों की दोबारा जांच की जाएगी।
सीएम योगी ने कोविड पर की उच्चस्तरीय बैठक
सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी 22 मई को कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए उच्चस्तरीय बैठक की थी। उन्होंने कहा कि फिलहाल चिंता की कोई बात नहीं है, लेकिन सतर्कता जरूरी है। विशेषज्ञों ने भी कहा है कि भारत में फिलहाल हालात नियंत्रण में हैं, लेकिन विदेशों में मामले बढ़ रहे हैं।
JN.1 वैरिएंट से इम्युनिटी पर खतरा
फरीदाबाद की सीएमओ डॉ. अलका सिंह ने बताया कि JN.1 वैरिएंट का खतरा बना हुआ है। यह वैरिएंट ओमिक्रॉन से जुड़ा है और इम्युनिटी को कमजोर करता है। इसके लक्षण लंबे समय तक रह सकते हैं और कई बार कोविड पूरी तरह ठीक होने के बाद भी लक्षण बने रहते हैं। लोगों को सलाह दी गई है कि बुखार, खांसी, जुकाम या गले में दर्द जैसे लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और जांच कराएं।