शहरों में बढ़ती स्वास्थ्य समस्याएं,
विटामिन D की कमी और घुटनों की समस्या पर ध्यान जरूरी
1 months ago Written By: ANIKET PRAJAPATI
आज के समय में बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक की शारीरिक गतिविधियां काफी कम हो गई हैं। पहले बचपन में खेलकूद सिर्फ मनोरंजन नहीं बल्कि ऊर्जा का स्रोत होता था, लेकिन अब ज्यादातर लोग घर या दफ्तर की चारदीवारी में कैद हैं। सुबह की धूप और प्राकृतिक रोशनी से दूर रहने के कारण शहरों में 70% लोगों में विटामिन D की कमी देखी जा रही है। इसके परिणामस्वरूप हड्डियों और जोड़ों की समस्याएं बढ़ रही हैं।
विटामिन D और B-12 की कमी सूरज की रोशनी विटामिन D के लिए जरूरी है। जब शरीर इसे नहीं पाता, तो हड्डियां कमजोर होने लगती हैं। विटामिन D की कमी से जोड़ों में दर्द, मसल्स कमजोर होना और हड्डियों में कमजोरी जैसी समस्याएं आम हो गई हैं। वहीं आर्टिफिशियल लाइट्स का असर विटामिन B-12 पर भी पड़ता है, जो नसों, दिमाग और बोन-मैरोज के लिए जरूरी है। इसकी कमी से हड्डियों की डेंसिटी घटने लगती है।
बढ़ती घुटनों की समस्या और कारण देशभर में लगभग 15 करोड़ लोग घुटनों की समस्या से जूझ रहे हैं। इनमें से 4 करोड़ मरीजों को सर्जरी की जरूरत है। घुटनों की समस्या के मुख्य कारण हैं मोटापा, शुगर, चोट, कार्टिलेज घिसना और आर्थराइटिस। लंबे समय तक बैठने वाली नौकरियां रीढ़ कमजोर, गर्दन-कंधे में जकड़न, पीठ और कमर में दर्द जैसी समस्याएं बढ़ा रही हैं।
समाधान: योग और धूप योगगुरु बाबा रामदेव का सुझाव है कि सुबह-सुबह सूरज की रोशनी में योग करना शरीर के लिए फायदेमंद है। रोज 30 मिनट टहलना ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाता है, जोड़ों को मजबूती देता है और जॉइंट्स की सिलोवियन फ्लूड स्टिफनेस घटाता है। इससे घुटनों की समस्याओं में राहत मिलती है।
विटामिन D के प्राकृतिक स्रोत सुबह की धूप लेना डेयरी प्रोडक्ट्स मशरूम ऑरेंज जूस विटामिन D की कमी से कमजोर हड्डियां, अस्थमा, हार्ट डिज़ीज़, कैंसर और डायबिटीज जैसी बीमारियां भी हो सकती हैं। नियमित योग, टहलना और धूप लेना इन समस्याओं से बचाव का आसान और प्राकृतिक तरीका है।