विटामिन डी का दिल पर भी पड़ता है असर,
बढ़ जाता है हार्ट अटैक का खतरा
1 months ago Written By: ANJALI
आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी और घरों में अधिक समय बिताने की आदत ने विटामिन D की कमी को एक आम समस्या बना दिया है। यह विटामिन, जिसे “सनशाइन विटामिन” भी कहा जाता है, हमारी हड्डियों की मजबूती, इम्युनिटी, मांसपेशियों और मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है। इसकी कमी शरीर को धीरे-धीरे कई गंभीर बीमारियों की ओर धकेल सकती है।
हड्डियों में बढ़ जाता है ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा
विटामिन D, कैल्शियम के अवशोषण में मदद करता है। इसकी कमी से हड्डियां कमजोर हो जाती हैं और ऑस्टियोपोरोसिस तथा फ्रैक्चर का खतरा बढ़ जाता है, खासकर महिलाओं और बुजुर्गों में।
कमजोर इम्युनिटी
विटामिन D हमारे इम्यून सिस्टम को एक्टिव रखता है। इसकी कमी से व्यक्ति बार-बार सर्दी-जुकाम, फ्लू और अन्य इंफेक्शन का शिकार होने लगता है।
थकान और मांसपेशियों की कमजोरी
लगातार थकान, ऊर्जा की कमी और शरीर में भारीपन महसूस होना भी विटामिन D की कमी के लक्षण हो सकते हैं। यह मांसपेशियों की ताकत पर सीधा असर डालता है।
मानसिक स्वास्थ्य पर असर
कई शोध बताते हैं कि विटामिन D की कमी से डिप्रेशन, तनाव, चिड़चिड़ापन और मूड डिसऑर्डर जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं।
बाल झड़ना
यह विटामिन बालों के फॉलिकल्स को मजबूत रखता है। इसकी कमी से हेयर फॉल बढ़ जाता है और बाल पतले व कमजोर होने लगते हैं।
डायबिटीज का खतरा
विटामिन D, इंसुलिन की कार्यप्रणाली को नियंत्रित करता है। इसकी कमी ब्लड शुगर लेवल को प्रभावित करती है, जिससे टाइप-2 डायबिटीज का खतरा बढ़ सकता है।
हृदय रोग
विटामिन D का लेवल कम होने पर ब्लड प्रेशर और हृदय की कार्यप्रणाली पर नकारात्मक असर पड़ता है, जिससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का रिस्क बढ़ जाता है।
विटामिन D की कमी से बचाव
रोजाना कुछ समय धूप में बिताएं।
आहार में मशरूम, अंडे की जर्दी और फोर्टिफाइड दूध शामिल करें।