शादी से पहले दूल्हा-दूल्हन को क्यों लगाई जाती है हल्दी,
जानें इसके पीछे की क्या है कहानी
1 days ago
Written By: anjali
भारतीय विवाह में हल्दी की रस्म एक ऐसी परंपरा है जो सदियों से चली आ रही है। यह सिर्फ एक सौंदर्य रस्म नहीं, बल्कि वैज्ञानिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व से भरपूर है। आइए जानते हैं कि आखिर क्यों दूल्हा-दुल्हन को शादी से पहले हल्दी लगाई जाती है।
1. आयुर्वेदिक फायदे: त्वचा की चमक और कीटाणु रहित शरीर
हल्दी एक प्राकृतिक एंटीसेप्टिक है जो त्वचा को साफ और चमकदार बनाती है।
शादी से पहले हल्दी लगाने से त्वचा के रोग और बैक्टीरिया दूर होते हैं।
यह रक्त शुद्धि करती है और शरीर को डिटॉक्स करती है।
2. आध्यात्मिक महत्व: नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा
हिंदू मान्यताओं के अनुसार, हल्दी भूत-प्रेत और बुरी नजर से बचाती है।
हल्दी को मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है, जो नवविवाहित जोड़े को समृद्धि देती है।
यह शुद्धिकरण की प्रक्रिया है, जैसे नए जीवन की शुरुआत से पहले शरीर और मन को पवित्र करना।
3. सांस्कृतिक संदेश: अपनों का आशीर्वाद और साथ
हल्दी की रस्म में परिवार और दोस्तों का साथ होता है, जो दुल्हन-दूल्हे को आशीर्वाद देते हैं।
यह रस्म याद दिलाती है कि शादी सिर्फ दो लोगों का मिलन नहीं, बल्कि दो परिवारों का जुड़ाव है।
हल्दी लगाते समय पुराने कपड़े पहनने की परंपरा यह संदेश देती है कि जीवन हमेशा आदर्श नहीं होता, लेकिन प्रेम और साथ सब कुछ संभव बनाते हैं।
4. मनोवैज्ञानिक असर: तनाव कम करने की थेरेपी
शादी से पहले हल्दी का मसाज तनाव कम करता है और मन को शांत करता है।
यह रस्म दुल्हन-दूल्हे को मानसिक रूप से तैयार करती है कि अब वे एक नए रिश्ते में प्रवेश कर रहे हैं।
5. प्रकृति से जुड़ाव: सादगी और शुद्धता का संकेत
हल्दी की रस्म जमीन पर बैठकर की जाती है, जो हमें प्रकृति से जोड़ती है।
पीले रंग का महत्व: पीला रंग समृद्धि और नई शुरुआत का प्रतीक है।