शरीर दे रहा ये संकेत तो समझ जाएं आंतो में भर गया है पानी,
फौरन करा लें जांच
1 months ago Written By: ANJALI
हमारे शरीर के लिए फेफड़े उतने ही महत्वपूर्ण हैं, जितना जीवन के लिए ऑक्सीजन। स्वस्थ फेफड़े हमें ऊर्जा और सक्रियता प्रदान करते हैं, लेकिन जब इनमें समस्या आती है तो इसका सीधा असर पूरे शरीर पर पड़ता है। इसी जागरूकता के उद्देश्य से हर साल 26 सितंबर को विश्व लंग दिवस (World Lung Day) मनाया जाता है। इस अवसर पर आज हम एक गंभीर समस्या—फेफड़ों में पानी भरने यानी Pulmonary Edema के बारे में जानेंगे। यह एक ऐसी स्थिति है जिसे समय पर पहचानना और इलाज कराना बेहद जरूरी है, वरना यह जानलेवा भी साबित हो सकती है।
सांस फूलना और थकान का बढ़ना
फेफड़ों में तरल पदार्थ जमा होने की स्थिति में सबसे पहले सांस लेने में परेशानी महसूस होती है। थोड़ा चलने पर या सीढ़ियां चढ़ते समय अचानक सांस फूलने लगती है। कई बार आराम की स्थिति में या लेटते ही भी सांस लेने में कठिनाई होती है। यह संकेत है कि फेफड़ों की कार्यक्षमता प्रभावित हो रही है और उन्हें पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पा रही।
पैरों और टखनों में सूजन
Pulmonary Edema के दौरान शरीर में रक्त संचार ठीक से नहीं हो पाता। इसका सीधा असर पैरों और टखनों पर दिखाई देता है। पैरों में सूजन आना, जूते तंग लगना और भारीपन महसूस होना आम लक्षण हैं। यह समस्या फेफड़ों के साथ-साथ हृदय की सेहत से भी जुड़ी हो सकती है।
खांसी और बलगम का बढ़ना
लगातार खांसी आना इस बीमारी का एक और बड़ा लक्षण है। खासतौर पर रात के समय खांसी बढ़ जाती है। कई बार खांसते समय झागदार या गुलाबी रंग का बलगम भी निकलने लगता है। इसके साथ ही सीने में भारीपन या दर्द महसूस होना फेफड़ों में पानी भरने का संकेत हो सकता है।
नींद में परेशानी और बेचैनी
फेफड़ों में पानी जमा होने की वजह से नींद भी प्रभावित होती है। रोगी को सोते समय बार-बार नींद टूट जाती है और तकियों के सहारे के बिना ठीक से सांस नहीं ले पाता। इस वजह से बेचैनी और थकान बढ़ जाती है। यह साफ दर्शाता है कि फेफड़े सही तरीके से काम नहीं कर पा रहे।
सावधानी और समय पर इलाज जरूरी
Pulmonary Edema की समस्या को नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है। अगर आपको सांस फूलने, पैरों में सूजन, लगातार खांसी या नींद में समस्या जैसे लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से जांच कराना चाहिए। समय पर इलाज न मिलने पर यह स्थिति गंभीर रूप ले सकती है।
विश्व लंग दिवस हमें यह याद दिलाता है कि फेफड़ों की देखभाल करना हमारी जिम्मेदारी है। नियमित जांच कराना, स्वस्थ जीवनशैली अपनाना और किसी भी लक्षण को अनदेखा न करना ही फेफड़ों की सेहत बनाए रखने का सबसे सही तरीका है। फेफड़े जितने मजबूत होंगे, जीवन उतना ही स्वस्थ और ऊर्जावान रहेगा।