कुत्ते ही नहीं इन जानवरों के काटने से भी होता है रेबिज,
नाम सुनकर हो जायेंगे हैरान
1 months ago Written By: ANJALI
रेबीज एक घातक वायरल बीमारी है जो दिमाग और नर्वस सिस्टम को प्रभावित करती है। अक्सर लोग सोचते हैं कि रेबीज का खतरा केवल कुत्तों के काटने से होता है, लेकिन यह सच नहीं है। रेबीज कई अन्य जानवरों से भी फैल सकता है। इस वर्ल्ड रेबीज डे पर जानते हैं कि कौन-कौन से जानवर इस बीमारी के कैरियर हो सकते हैं और क्या सावधानियां बरतनी चाहिए।
कुत्तों के अलावा रेबीज फैलाने वाले जानवर
चमगादड़ – चमगादड़ भी रेबीज का स्रोत हो सकता है। अगर कोई चमगादड़ घर में उड़ता मिले या जमीन पर पड़ा हो, तो उसे नंगे हाथों से छूने से बचना चाहिए। इनके छोटे दांत होते हैं, इसलिए काटने का निशान आसानी से नजर नहीं आता।
बिल्लियां – घरेलू या आवारा बिल्लियां भी रेबीज फैला सकती हैं। विशेष रूप से अगर बिल्लियों को टीका नहीं लगाया गया हो और वे बाहर घूमती हों, तो उनके काटने या खरोंचने से संक्रमण का खतरा रहता है।
बंदर – बंदरों के काटने से न केवल रेबीज बल्कि अन्य संक्रमण का भी खतरा हो सकता है।
जंगली जानवर – जंगली कैनाइन परिवार के जानवर जैसे लोमड़ी, रैकून आदि भी रेबीज के कैरियर माने जाते हैं। ये आमतौर पर इंसानों से दूर रहते हैं, लेकिन अगर कोई जानवर संक्रमित हो और उसका व्यवहार बदल जाए, तो वह हमला कर सकता है।
गाय, घोड़े – भले ही कम, लेकिन जंगली जानवरों के काटने के कारण बड़े जानवर जैसे गाय, भैंस या घोड़े भी रेबीज से संक्रमित हो सकते हैं। ऐसे जानवरों में बीमारी के लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
गिलहरी, चूहे, खरगोश – इन छोटे जानवरों से रेबीज फैलने का खतरा कम होता है, लेकिन यह असंभव नहीं है। यदि कोई गिलहरी या चूहा आक्रामक रूप से काटे, तो डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।
क्या करें अगर किसी जानवर ने काट लिया
घाव को तुरंत साबुन और बहते पानी से कम से कम 15 मिनट तक धोएं। यह वायरस को काफी हद तक निष्क्रिय कर सकता है।
घाव को साफ पट्टी से ढक दें।
तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। डॉक्टर यह तय करेंगे कि रेबीज का टीका आवश्यक है या नहीं।
अगर संभव हो तो काटने वाले जानवर पर नजर रखें, लेकिन खुद उसे पकड़ने की कोशिश न करें।