कृष्ण जन्माष्टमी पर दीपदान के साथ करें ये खास उपाय…
घर में होगी धन की वर्षा…
1 months ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
हिंदू धर्म में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। मान्यता है कि भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को देवकी और वासुदेव के घर भगवान श्रीकृष्ण ने आठवीं संतान के रूप में जन्म लिया था। तभी से हर वर्ष इस तिथि को जन्माष्टमी का पर्व बड़े उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। इस दिन व्रत रखने, पूजा करने और भक्ति में लीन होने से जीवन में सुख-समृद्धि और शांति आती है। तो इस व्रत पर क्या खास चीजें करने से आपके जीवन में सुख समृधि आएगी आइए जानते हैं…
जन्माष्टमी व्रत और पूजन का महत्व
जन्माष्टमी के दिन व्रत रखना बेहद शुभ माना जाता है। घरों में लड्डू गोपाल का विधि-विधान से पूजन किया जाता है और पूजा घर को फूलों व सजावट से अलंकृत किया जाता है। मान्यता है कि इस दिन सच्चे मन से पूजा करने और भगवान से प्रार्थना करने पर सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
घर में दीपदान का विशेष महत्व
शास्त्रों के अनुसार जन्माष्टमी की रात घर के कुछ खास स्थानों पर दीपक जलाना अत्यंत फलदायी होता है। तुलसी के पास घी का दीया जलाना शुभ माना जाता है। इस समय "ॐ भगवते वासुदेवाय नमः" मंत्र का जाप करने से पुण्य की प्राप्ति होती है। साथ ही तुलसी की सात बार परिक्रमा करना भी विशेष लाभकारी होता है। वहीं घर के मुख्य द्वार पर दीया जलाना समृद्धि और शुभता लाता है। भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति के पास दीपक जलाना भक्त की आस्था और भक्ति को प्रकट करता है।
श्रीकृष्ण के 108 नामों का जाप
जन्माष्टमी पर भगवान श्रीकृष्ण के 108 नामों का उच्चारण करना अत्यंत शक्तिशाली माना गया है। मान्यता है कि अगर इस पावन रात को श्रद्धा और भक्ति भाव से इन नामों का जाप किया जाए तो भगवान कृपा बरसाते हैं और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। जन्माष्टमी का यह पर्व केवल पूजा और परंपरा तक सीमित नहीं है, बल्कि यह भक्ति, आस्था और आत्मिक शांति का भी प्रतीक है। जो भी भक्त इस दिन व्रत, पूजन और दीपदान करता है, उसके जीवन में सुख, शांति और समृद्धि बनी रहती है।