देवउठनी एकादशी 2025 तुलसी विवाह और विशेष,
उपायों से बनाएं जीवन सुखमय
2 months ago Written By: Aniket Prajapati
देवउठनी एकादशी का महत्व कहते हैं, देवउठनी एकादशी पर जो लोग तुलसी विवाह का आयोजन करते हैं, उनके घर में जल्दी ही शादी की शहनाई गूंजती है और परिवारिक जीवन सुखमय रहता है। इस दिन तुलसी और शालिग्राम का विवाह किया जाता है, ठीक वैसे ही जैसे कन्या का विवाह किया जाता है। जिनके यहां कन्या नहीं है, वे तुलसी विवाह कर कन्यादान का पुण्य कमा सकते हैं। वहीं जिनकी बेटी के विवाह में किसी तरह की अड़चन है, उनके लिए भी यह दिन शुभ परिणाम लाता है। विवाह संपन्न करने के बाद तुलसी का पौधा और शालिग्राम किसी सुपात्र ब्राह्मण को दान कर देना चाहिए।
देवउठनी एकादशी के प्रमुख उपाय
सौभाग्य और समृद्धि के लिए जीवन में सौभाग्य बनाए रखने के लिए तुलसी के पौधे पर लाल चुनरी चढ़ाएं और श्री विष्णु को एकाक्षी नारियल अर्पित करें।
सफलता और करियर में उन्नति के लिए देवउठनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु की मूर्ति और तुलसी के पौधे की पूजा करें। इसके बाद उन्हें मंदिर में दान कर दें।
खुशहाल जीवन के लिए आटे को भूनकर उसमें शक्कर, केले के टुकड़े और साबुत तुलसी की पत्तियां मिलाएं और पंजीरी बनाएं। भगवान विष्णु की पूजा के बाद इसे प्रसाद के रूप में परिवार में बांट दें।
नौकरी और आर्थिक लाभ के लिए तुलसी के दल से भगवान विष्णु की पूजा करें और हल्दी का टीका लगाकर हाथ जोड़कर प्रार्थना करें।
शादीशुदा जीवन को सुखमय बनाने के लिए पति-पत्नी दोनों दक्षिणावर्ती शंख में जल भरकर भगवान विष्णु को अर्पित करें। साथ ही मन्दिर के प्रांगण या बगीचे में तुलसी का पौधा रोपित करें।
ऊर्जा और स्वास्थ्य के लिए तुलसी के पौधे की जड़ के पास पीला कपड़ा रखें और मिश्री का भोग अर्पित करें। प्रसाद को परिवार में बांटने के बाद पीले कपड़े को ब्राह्मण को दान कर दें।
कन्या के विवाह में अड़चन दूर करने के लिए पांच तुलसी दल लेकर हल्दी का टीका लगाकर भगवान विष्णु को अर्पित करें। इससे विवाह संबंधी सभी बाधाएं दूर होंगी।
जीवनसाथी की प्राप्ति के लिए 'नमो भगवते नारायणाय' मंत्र का जप करते हुए तुलसी के पौधे में केसर और दूध मिश्रित जल अर्पित करें। भगवान विष्णु को भी इसी मिश्रण का भोग लगाएं।
आर्थिक समृद्धि के लिए तुलसी को बताशे अर्पित करें और पौधे के पास घी का दीपक जलाएं। पूजा के दौरान कुछ सिक्के और कौड़ियां रखें, बाद में इन्हें सुरक्षित रख लें।
दाम्पत्य जीवन को मधुर बनाने के लिए तुलसी के पौधे में श्रृंगार का सामान चढ़ाकर पूजा करें। इसके बाद यह सामान किसी सुहागिन महिला को भेंट कर दें।
संकट से सुरक्षा और शुभ जीवन के लिए शाम के समय तुलसी के पौधे के नीचे घी का दीपक जलाएं और भगवान से अच्छे जीवन की प्रार्थना करें।
संतान के विवाह जीवन के लिए भगवान विष्णु और तुलसी के पौधे की पूजा कर इलायची का जोड़ा अर्पित करें। पूजा के बाद इसे संतान को प्रसाद के रूप में दें।